रायपुर

Online Shopping Scam: ऑनलाइन शॉपिंग से लोग हो रहें ठगी का शिकार, फेस्टिव सीजन में रहे सावधान नहीं तो…

Online Shopping Scam: छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में ऑनलाइन खरीदारी जितनी सुविधाजनक है, उतनी दुविधा भी सामने आ रही है। कई ग्राहक तो खराब सामान वापस करते समय ऑनलाइन ठगी के शिकार भी हो चुके हैं। इसके पीछे साइबर ठगों का हाथ है।

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Sep 29, 2024

Online Shopping Scam: छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में ऑनलाइन खरीदारी जितनी सुविधाजनक है, उतनी दुविधा भी सामने आ रही है। वेबसाइट में असली सामान का फोटो देखकर आर्डर देते हैं, लेकिन डिलीवरी के समय नकली या खराब सामान थमा दिया जाता है। इसके बाद इसे वापस लेने में भी कंपनियां कई अड़चन लगाती हैं।

Online Shopping Scam: कई ग्राहक तो खराब सामान वापस करते समय ऑनलाइन ठगी के शिकार भी हो चुके हैं। इसके पीछे साइबर ठगों का हाथ है। यह समस्या फर्जी वेबसाइटों से ऑनलाइन खरीदारी करने वालों के प्रतिष्ठित ई-काॅमर्स कंपनियों से खरीदारी करने वालों के साथ भी हो रही है। इन कंपनियों के प्रोडक्ट के अच्छे रिव्यू और रेटिंग दिखाकर भी लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। इसके झांसे में आकर लोग ऑर्डर दे रहे हैं।

Online Shopping Scam: फर्जी वेबसाइटों का खेल

साइबर ठगों ने कई नकली वेबसाइट बना ली है, जिसमें कपड़े, मोबाइल से लेकर युवाओं की कई एसेसीरिज ऑनलाइन बेच रहे हैं। इसमें असली और ब्रांडेड सामान का फोटो दिखाते हैं। फिर आर्डर आने पर इसके स्थान पर नकली सामान सप्लाई कर देते हैं। त्योहार के समय यह समस्या ज्यादा होती है। ऑनलाइन खरीदारी के चलते कई लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं।

केस -1 : शंकरनगर इलाके की नेहा ने बताया कि ऑनलाइन ऑर्डर के बाद जो सलवार-कुर्ता मिला उसकी क्वालिटी खराब थी। तस्वीर में सूट अच्छा लग रहा था, लेकिन जब मिला तो डिजाइन अलग थी। कपड़े का रंग फीका था। दुपट्टा भी फटा हुआ था, जबकि ऑर्डर ब्रांडेड कंपनी का किया था। रिटर्न प्रक्रिया में भी काफी कठिन है।

केस -2 : तेलीबांधा के महेश के मुताबिक ऑनलाइन वेबसाइट से हैडफोन खरीदा। प्रोडक्ट की तस्वीर काफी अच्छी थी। जब प्रोडक्ट मिला तो वह नकली निकला। हैडफोन के स्पीकर खराब थे। वापस करने के लिए कस्टमर केयर सर्विस से संपर्क ही नहीं हो पाया है।

ऑर्डर देते समय बरतें ये सावधानियां

-वेबसाइट का यूआरएल, कंटेंट और कस्टमर रिव्यू देखें।

-भुगतान के समय ध्यान रखें कि वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं। वेबसाइट का यूआरएल एचटीटीपीएस से शुरू होना चाहिए।

-कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुनें।

-कंपनी का पता, फोन नंबर और ईमेल आइडी चैक करें।

-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सावधानी से करें, केवल सुरक्षित वेबसाइट पर ही क्रेडिट कार्ड की जानकारी दें।

-धोखा होने पर कस्टमर सपोर्ट पर शिकायत दर्ज करें, रिटर्न क्लेम करें।

सस्ते के लालच में फंस रहे लोग

आमतौर पर ऑनलाइन ठगी का शिकार वे कस्टमर हो रहे हैं, जो सस्ते या ज्यादा ऑफर के चक्कर में रहते हैं। असली वेबसाइटों में इसकी कीमत नकली वेबसाइटों के मुकाबले अधिक होती है। कस्टमर सस्ते के चक्कर में ठगे जा रहे हैं। ऑर्डर के समय ही भुगतान भी कर देते हैं और सामान आने का इंतजार करते रह जाते हैं, लेकिन सामान नहीं आता।

उपभोक्ता फोरम दिला सकती है राहत

रायपुर जिला न्यायालय के एडवोकेट भगवानु नायक का कहना है कि इस तरह के मामलों में संबंधित वेबसाइट या कंपनी को लीगल नोटिस भेजकर क्षतिपूर्ति की मांग की जा सकती है। अगर नोटिस के जरिए क्षतिपूर्ति नहीं होती है, तो ग्राहक उपभोक्ता फोरम में मामला दायर कर सकता है। इसके अलावा ठगी का प्रकरण होने पर साइबर सेल में भी इस तरह के मामलों की शिकायत की जा सकती है।

Published on:
29 Sept 2024 09:55 am
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