Pharmacy Counseling 2025: छत्तीसगढ़ के फार्मेसी कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर! तकनीकी शिक्षा संचालनालय की काउंसलिंग 15 सितंबर से शुरू हो सकती है।
Pharmacy Counseling 2025: प्रदेश के फार्मेसी कॉलेजों में प्रवेश के लिए तकनीकी शिक्षा संचालनालय की काउंसलिंग 15 सितंबर से शुरू हो सकती है। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने 70 फीसद फार्मेसी कॉलेजों को मान्यता जारी कर दी है। आने वाले एक-दो दिनों में और भी कॉलेजों को मान्यता मिल सकती है। उधर, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू) से कॉलेजों की संबद्धता की प्रक्रिया का आगाज भी हो चुका है।
फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) से जिन संस्थानों को मान्यता मिली है, उनको संबद्धता जारी की जा रही है। फार्मेसी के कई कॉलेजों में कुछ कमियां भी मिली हैं। सीएसवीटीयू उन संस्थानों का दोबारा निरीक्षण करा रहा है, ताकि पीसीआई से मिली मान्यता के दिए गए सशर्त बिंदुओं की जांच की जाए। नए कॉलेजों पर फैसला नहीं: इस साल प्रदेश में सात नए फार्मेसी कॉलेजों की शुरुआत के लिए मान्यता और संबद्धता को लेकर फिलहाल अभी अंतिम फैसला नहीं हो पाया है।
इसमें से एक कॉलेज दुर्ग जिले में भी है। शेष प्रदेश के अन्य जिलों में शुरू होंगे। पिछले एक-दो साल से पीसीआई की मान्यता में देरी हो रही है। इस वजह से पिछले साल फार्मेसी के कुछ कॉलेजों को मान्यता काउंसलिंग का एक चरण पूरा होने के बाद दी गई थी। इससे विद्यार्थियों को भी कम मौके मिले थे। फर्जीवाड़े के बाद दोबारा निरीक्षण, कठघरे में कॉलेज: रायपुर के एक निजी फार्मेसी कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगे थे कि संचालकों ने मान्यता और संबद्धता के लिए दस्तावेजों से फर्जीवाड़ा किया है।
Pharmacy Counseling 2025: कॉलेज के संचालन के लिए पांच प्रोफेसर और एक प्राचार्य के पद दिलाने नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं की डिग्रियां मांगी गईं और इन्हीं दस्तावेजों से मान्यता का आवेदन किया गया। प्रकरण सामने आने के बाद तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू की मुस्तैदी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। मामले में घिरता देख सीएसवीटीयू ने सभी नए फार्मेसी कॉलेजों का दोबारा से निरीक्षण कराया है।