Russian call girls in Raipur: रशियन युवती द्वारा एक्सीडेंट करने के बाद रैकेट का खुलासा हुआ है। रायपुर में चल रहे एस्कार्ट सर्विस में रशियन कॉलगर्ल की सप्लाई करने वाले दलाल सहित 11 गिरफ्तार किए गए।
Russian call girls in Raipur: राजधानी में एस्कार्ट सर्विस के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। रशियन कॉलगर्ल सप्लाई करने वाले मुख्य दलाल सहित 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सभी सेक्स रैकेट चलाने वाले एक बड़े गिरोह से जुड़े हैं। वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए देह व्यापार का काम करते थे।
पुलिस के मुताबिक, पूरे गिरोह का सरगना जुगल कुमार शुक्ला उर्फ जुगल कुमार राय है। वह रशियन कॉलगर्ल के अलावा अन्य को दिल्ली-मुंबई से रायपुर भेजता था। इसके बाद स्थानीय दलालों के मदद से ग्राहकों तक सप्लाई की जाती थी। पुलिस ने जुगल कुमार को कोलकाता से गिरफ्तार किया।
इस रैकेट में शामिल रवि ठाकरे, जागेन्द्र उके उर्फ मोहन, बृजेश साहा, मोहम्मद साजिद, दिनेश लिलवानी, शेख इमरान, अमित सोनी, रमेंद्र पाठक, शेख नूरूल हक, दुर्गेश पनागर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। आरोपियों के खिलाफ आमानाका और तेलीबांधा थाने में पीटा एक्ट के तहत अपराध दर्ज है।
वीआईपी रोड में 5-6 फरवरी की रात डीपीओ भावेश आचार्य और उनके साथ रशियन युवती कार सीजी 10 एफए 5046 से जा रहे थे। इस दौरान दोनों नशे में थे। उनकी कार ने दोपहिया सवार तीन युवकों को टक्कर मार दिया। इससे तीनों घायल हो गए। घायल में शामिल अरुण कुमार विश्वकर्मा की मौत हो गई। इस दौरान रशियन युवती ने जमकर हंगामा किया। इससे देह व्यापार के पूरे मामले का खुलासा हो गया।
डीपीओ भावेश ने देह व्यापार के सरगना जुगल से संपर्क किया था और रशियन युवती की बुकिंग की थी। इसके एवज में 27 हजार का भुगतान उसे किया था। इस तथ्य के उजागर होने के बाद अन्य आरोपियों की तलाश शुरू हुई। एक्सीडेंट की घटना होने के बाद से जुगल फरार हो गया था। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने देहव्यापार के रैकेट से जुड़े लोगों की तलाश में लगी थी।
कई लोगों की तलाश: मामले में पुलिस ने बृजेश को रिमांड पर लिया है। उससे और पूछताछ की जा रही है। इस रैकेट में और भी कई लोग शामिल हैं। उनका पता लगाया जा रहा है।
Russian call girls in Raipur: आरोपी तेलीबांधा और सरस्वती नगर इलाकों के होटलों को बुक कराते थे। वहां रशियन के अलावा दूसरे राज्य के कॉल गर्ल को भेजा करते थे। पूरा काम वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए होता था। ग्राहकों को युवतियों के फोटो भेज दिए जाते थे। रेट तय होने के बाद उन्हें संबंधित होटल में युवतियों से मिलाया जाता था।