Ayyappa Temple: मंदिर की 18 सीढ़ियों में से पहली पांच सीढ़ियां मनुष्य की पांच इंद्रियों से संबंधित हैं और इसके बाद वाली आठ सीढ़ियां मानवीय भावनाओं से संबंधित हैं। इसके बाद कि तीन सीढ़ियां मानवीय गुण और अंतिम दो सीढ़ियां ज्ञान और अज्ञान की प्रतीक हैं।
Ayyappa Temple: शनिश्वर श्री अय्यप्पा मंदिर टाटीबंध में मंडल पूजा उत्सव गुरुवार को मनेगी। शहर के रिंग रोड नंबर 2 टाटीबंध में हर साल यह उत्सव भक्तिमय माहौल में धूमधाम से मनाया जाता है। इसी दिन मंदिर की पवित्र 18 सीढ़ियां खुलेंगी और व्रत रखकर पूजा-अर्चना करने वाले भक्तजन आरोहरण करेंगे। पूजा उत्सव की भव्य शोभायात्रा भी निकलेगी। श्री अय्यप्पा सेवा संघ के अनुसार, श्री अय्यप्पा मंदिर की पवित्र अट्ठारह सीढ़ियां खुलेंगी, जिन पर व्रतधारी भक्तजन आरोहण करेंगे। टाटीबंध कॉलोनी स्थित भगवान महादेव मंदिर में सुबह 6.30 बजे पूजा के बाद केटटुनिरा का कार्यक्रम होगा।
इसके बाद 8 बजे पल्लीकेटटु के साथ समस्त भक्तजन श्री अय्यप्पा मंदिर के लिए शोभायात्रा के रूप में निकलेंगे। मंडल पूजा अनुष्ठानों के तहत प्रात: 4.30 बजे प्रभातफेरी के बाद निर्माल्य दर्शन 4.45 बजेे, गणपति होम 5.45 बजेे, उषा पूजा तथा भागवत पारायण 7 बजेे सपन्न होगी। सुबह 8.30 बजे भक्तजन पल्लिकेट्टु सहित पवित्र सीढ़ियों का आरोहण करेंगे तथा घी अभिषेक, मध्यान्ह पूजा आदि संपन्न होगी। शाम को 6.30 बजे दीपाराधना (आरती) एवं भजन होंगे। रात 8.15 बजे से भोगपूजा, प्रसाद वितरण, अन्नदानम कार्यक्रम होंगे। शनिश्वर भगवान श्री अय्यप्पा स्वामी का मुय मंदिर केरल राज्य के शबरीश्रृंग पर स्थित है।
जहां प्रतिवर्ष कठोर व्रतधारी करोड़ों श्रद्धालु दर्शन प्राप्त करते हैं। हमारे वेदों, पुराणों तथा इतिहास से यह ज्ञात होता है कि स्थिति संहार के निरंतर, तीनों लोकों के समस्त चराचरों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिनसे मुक्ति प्रदान करने के लिए समय-समय पर अनेक अवतार हुए हैं।
मानव जाति को कलयुग की कठिनाइयों से मुक्ति दिलाने के लिए हरिहरपुत्र, श्री धर्मशास्ता, कलियुगेश्वर शनिश्वर भगवान श्री अय्यप्पा ने अवतार लिया है। श्री अय्यप्पा सेवा संघ द्वारा इस अवसर पर भक्तजनों से अधिक से अधिक संख्या में आकर शनिश्वर भगवान श्री अय्यप्पा का दर्शन लाभ प्राप्त करने का आग्रह किया है।