रायसेन

दलित के घर भोजन पड़ा भारी, युवक का हुक्का-पानी बंद, शुद्धिकरण का अजीब फरमान

MP News: मध्यप्रदेश के रायसेन जिले का चौंकाने वाला मामला, पंचायत ने किया युवक का सामाजिक बहिष्कार, शुद्धिकरण के लिए सुनाया अजीब फरमान...

2 min read
Dec 10, 2025
MP News

MP News: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक युवक को दलित के घर भोजन करना भारी पड़ गया। स्थिति ये रही कि पंचायत ने न केवल उसका हुक्का पानी बंद किया, बल्कि शुद्धिकरण को लेकर एक अजीब-ओ-गरीब फरमान तक जारी कर दिया। डिजिटल होते इंडिया में सामने आए इस मामले ने मध्य प्रदेश को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है, वहीं छूआछूत को लेकर पंचायत का फरमान सोशल मीडिया पर चर्चा बन गया है।

ये भी पढ़ें

एमपी में प्याज पर सियासी पारा हाई… कृषि मंत्री के बयान पर भड़की कांग्रेस

उदयपुरा की पंचायत का मामला

चौंकाने वाला यह फरमान स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के निर्वाचन क्षेत्र उदयपुरा की पंचायत से जारी किया गया है।

यहां पढ़ें पूरा मामला

ग्राम पंचायत पिपलिया पुआरिया निवासी भरत राज धाकड़ का अपराध सिर्फ इतना था कि उसने एक दलित परिवार के घर खाना कर लिया। फिर क्या था दलित के घर भोजन करने का वीडियो वायरल हो गया। पंचायत को खबर लगी और युवक का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया।

शुद्धिकरण के लिए युवक को अनोखा फरमान

'शुद्धिकरण' के लिए युवक को पंचायत ने अनोखा फरमान सुनाया। पूरे गांव को भोज कराने का फरमान सुनाया रिपोर्ट के मुताबिक पंचायत ने दलित के घर भोजन करने के लिए भरत राज धाकड़ परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया। 'शुद्धिकरण' के लिए गंगाजल पूजा और पूरे गांव को भोज कराने का फरमान सुनाया है।

विधायक और मंत्री ने दिया था सामाजिक समरसता का संदेश

मामले में दिलचस्प बात यह है कि क्षेत्रीय विधायक और मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कुछ दिनों पहले दलित परिवार के घर भोजन कर समरसता का संदेश दिया था। लेकिन युवक को इस समरसता को निभाना भारी पड़ गया।

फरमान के खिलाफ जिला कलेक्टर ऑफिस पहुंचा पीड़ित

पंचायत के अजीबोगरीब फरमान के खिलाफ पीड़ित जिला कलेक्टर ऑफिस पहुंचा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता भरत राज धाकड़ ने कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा से आपबीती सुनाई। कलेक्टर ने पंचायत के फैसलों पर एतराज जताते हुए कहा कि सामाजिक कुरीतियों को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बता दें कि इससे पहले भी ऐसे ही मामलों को लेकर गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन समाज आज भी जातिवाद और छुआछूत की बेड़ियों से बाहर नहीं आ सकता।

ये भी पढ़ें

खुशखबरी, रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी ने खोजा कैंसर का इलाज, कीमो थैरेपी की जरूरत नहीं पड़ेगी

Published on:
10 Dec 2025 01:16 pm
Also Read
View All

अगली खबर