Union Minister Shivraj Singh Chouhan: रायसेन में आयोजित किसान गोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रभारी मंत्री नारायण सिंह पंवार को सिर पर बर्तन रख महिलाओं ने घेर लिया।
MP News: केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मध्यप्रदेश डीजीपी कैलाश मकवाना को एक पत्र भेजा गया है। जिसमें बताया गया है कि शिवराज सिंह चौहान ISI के निशाने पर हैं। इसी बीच रायसेन जिले में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने आए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Union Minister Shivraj Singh Chouhan) को अचानक महिलाओं ने घेर लिया।
शिवराज के साथ जिले के प्रभारी मंत्री नारायण सिंह पंवार (Narayan Singh Panwar) भी थे जिन्हें भी महिलाओं के अप्रत्याशित विरोध और तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। दोनों ही नेताओं को अवैध शराब (illegal liquor), पानी की किल्लत और बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर जनता का सीधा गुस्सा झेलना पड़ा।
घटनाक्रम की शुरुआत ग्राम भगवंतपुरा से हुई। किसान गोष्ठी में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को मंच पर पहुंचने से पहले ही गांव की महिलाओं ने घेर लिया। सिर पर खाली बर्तन लेकर आई इन महिलाओं ने मंत्री के सामने अवैध शराब की बिक्री और पेयजल संकट की शिकायत रखी। महिलाओं के तेवर देखकर केंद्रीय मंत्री शिवराज ने तुरंत कलेक्टर और एसपी को सख्त हिदायत दी। उन्होंने मंच से भी खुले तौर पर अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए और गुस्से में कहा कि अवैध शराब बेचने वालों को मार-मार कर सही करो।
बता दें जिले में अवैध शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में गांव-गांव शराब की खेप उतर रही है। कई बार ग्रामीण महिलाएं इसके विरुद्ध सडकों पर उतर चुकी है। सिलवानी क्षेत्र में खुद महिलाओं ने अवैध शराब के अड्डों पर छापामारी कर शराब पकडकर पुलिस के हवाले की थी। हालांकि इस अवैध कारोबार की चैन तोड़ने में पुलिस नाकाम रही है।
इधर, रायसेन में प्रदेश सरकार की दो साल की उपलब्धियां गिनाने आए जिले के प्रभारी मंत्री नारायण सिंह पंवार को जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं के सवालों ने घेर लिया। अस्पताल की बदहाली की खबरें आए दिन सामने आती रही है। दो दिन पहले ही वार्डों में कॉकरोच और खटमल मिलने की खबर सामने आई थी।
जनता के आक्रोश और सवालों के आगे प्रभारी मंत्री को मजबूरी में कड़ा रुख अपनाना पड़ा। उन्होंने तत्काल कलेक्टर को निर्देश दिए कि वे अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट कर दें कि एक सप्ताह के भीतर अस्पताल की हालत सुधारी जाए, नहीं तो वे अपनी तैयारी रखें।
केंद्रीय मंत्री के निर्देश के तुरंत बाद कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने जिला अस्पताल के मामले को लेकर तथ्यों की जांच के लिए अपर कलेक्टर मनोज उपाध्याय की अध्यक्षता में जांच दल का गठन किया है। इसमें सीएमएचओ डॉ. एनएन माण्ठरे तथा लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री बीके सूत्रकार को सदस्य बनाया गया है। गठित जांच वल तीन दिन में तथ्यों की जांच कर स्पष्ट अभिमत सहित अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
ग्राम भगवंतपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह को रोककर महिलाओं ने बताया कि गांव में अवैध रूप से बिक रही शराब से परिवार बर्बाद हो रहे हैं। गांवों के युवा और बच्चे नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं। ग्राम भरतीपुर एवं आसपास के क्षेत्रों पानी की भारी किल्लत है। इस कारण उन्हें दूर-दराज के इलाकों से पानी लाना पड़ता है। मंत्री चौहान ने मौके पर और मंच से अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं शीघ्र कराने के निर्देश दिए।
जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं इस कदर बदहाल हो गई हैं कि अब संभाले नहीं संभल रही है। दरअसल कुछ माह पहले सरकार ने यहां प्रबंधन में परिवर्तन किया था. उसके बाद से हालात बिगड़ गए। नए सिविल सर्जन अस्पताल की व्यवस्थाओं को समझ पाते कि इससे पहले ही स्थिति उनके हाथ से बाहर निकल गई।
एसपी आशुतोष गुप्ता ने भी कृषि मंत्री शिवराज सिंह के निर्देश के बाद जिले के सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में अवैध शराब बिकी पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। एसपी ने कहा कि जिले में कहीं भी अवैध शराब की बिक्री नहीं होना चाहिए। इस काम में लगे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करें। (MP News)