नाथद्वारा शहरवासियों के लिए राहत की बड़ी खबर है! दशकों से पानी की कमी से जूझ रहे इस तीर्थनगरी में अब 24 घंटे, सातों दिन स्वच्छ पेयजल मिलने वाला है।
नाथद्वारा. नाथद्वारा शहरवासियों के लिए राहत की बड़ी खबर है! दशकों से पानी की कमी से जूझ रहे इस तीर्थनगरी में अब 24 घंटे, सातों दिन स्वच्छ पेयजल मिलने वाला है। नगर पालिका क्षेत्र में एशियन विकास बैंक (ADB) के सहयोग से राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना द्वारा क्रियान्वित 106 करोड़ रुपये से अधिक की एकीकृत जलापूर्ति योजना अब अंतिम मुकाम पर पहुंच गई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत 15 दिसंबर 2022 को हुई थी और इसे 14 दिसंबर 2025 तक हर हाल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के पूर्ण होते ही करीब 10 हजार परिवारों को सीधा फायदा होगा और पेयजल संकट इतिहास बन जाएगा।
परियोजना के तहत नाथद्वारा की गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक करीब 145 किलोमीटर लंबी डक्टाइल आयरन पाइपलाइन बिछाई जा रही है। साथ ही हर घर में नया नल कनेक्शन दिया जा रहा है ताकि एक भी परिवार प्यासा न रहे।
परियोजना में कई बड़े-बड़े जल संरचनाओं का निर्माण भी शामिल है, जैसे:-
रूडीप अधिकारियों के अनुसार 75 प्रतिशत भौतिक काम पूरा हो चुका है और 52 प्रतिशत राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। पाइपलाइन बिछाने से लेकर जल संरचनाओं के निर्माण तक अधिकतर काम अंतिम दौर में हैं। कोशिश की जा रही है कि तय समय से पहले ही सब कुछ पूरा कर दिया जाए ताकि नगरवासियों को जल्द राहत मिले।
परियोजना के निर्माण की जिम्मेदारी नवी मुंबई की मेसर्स खिलारी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. को दी गई है। खास बात यह है कि कंपनी सिर्फ निर्माण ही नहीं करेगी, बल्कि अगले 10 वर्षों तक संचालन और रखरखाव भी उसी के जिम्मे रहेगा, ताकि पानी आपूर्ति सुचारु बनी रहे और लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो।
रूडीप कार्यालय के एक्सईएन महेंद्र समदानी ने बताया कि परियोजना को राजमार्ग प्राधिकरण और वन विभाग से मंजूरी लेने में थोड़ा समय जरूर लगा, मगर अब कोई रुकावट नहीं है। तेजी से काम जारी है और तय समयसीमा से पहले काम निपटाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
इस योजना के पूरा होते ही नाथद्वारा के लोग हर मौसम में 24 घंटे साफ और सुरक्षित पानी का इस्तेमाल कर सकेंगे। पीने के पानी के लिए भटकना और टैंकरों पर निर्भर रहना अतीत की बात होगी। यह योजना नाथद्वारा जैसे तीर्थनगर के लिए न सिर्फ बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी राहत साबित होगी। नगरवासी अब बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं उस दिन का जब हर नल से निर्बाध स्वच्छ पानी बहता रहेगा।