Rampur News: रामपुर जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अब तक 14 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। गांवों में एंटी-लार्वा छिड़काव, फॉगिंग और जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
Dengue Cases: यूपी के रामपुर जिले में डेंगू का खतरा लगातार गहराता जा रहा है। अब तक 14 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें दिन-रात जांच में जुटी हैं। मसवासी के मोहल्ला चाऊपुरा में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद विभाग की टीम सक्रिय हो गई है और ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रही है। गांव-गांव में स्वास्थ्य कर्मी लोगों को साफ-सफाई और मच्छरों से बचाव के उपाय समझा रहे हैं।
जिले के गांवों में सफाई व्यवस्था ध्वस्त होने से बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में करीब 1200 मरीज पहुंचे, जिनमें बड़ी संख्या में बुखार और डेंगू के लक्षण वाले मरीज थे। स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी और सरकारी लैब संचालकों को निर्देश दिए हैं कि डेंगू की आशंकित रिपोर्ट तुरंत उपलब्ध कराई जाए। मसवासी गांव में युवक की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने परिजनों से बातचीत की और गांव के हालात का जायजा लिया।
डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक अभियान शुरू किया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दीपा सिंह ने बताया कि जिले भर में शिविर लगाकर बुखार से पीड़ित लोगों के रक्त के नमूने लिए जा रहे हैं। साथ ही, एंटी-लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग का कार्य भी तेजी से कराया जा रहा है। डॉ. सिंह ने बताया कि इन शिविरों के माध्यम से लोगों को डेंगू के लक्षण, बचाव और इलाज के तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है ताकि बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बी.सी. सक्सेना ने डेंगू से बचाव के लिए अहम सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, इसलिए दिन के समय भी सतर्क रहें। घर के आसपास या भीतर पानी जमा न होने दें। कूलर, टायर, गमले, और टंकियों में पानी रुकने न दें। यदि पानी जमा है तो उसमें मिट्टी का तेल डालें ताकि मच्छर पनप न सकें। मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें और बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं तथा खून में प्लेटलेट्स की जांच अवश्य कराएं।