रतलाम

राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत SI मदनलाल निनामा को अंतिम विदाई, शिप्रा में डूबने से हुआ निधन

SI Madanlal Ninama : राजकीय सम्मान के साथ मदनलाल निनामा को सैलाना मुक्तिधाम में दी गई अंतिम विदाई। राजकीय सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार।

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राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई (Photo Source- Patrika Input)

SI Madanlal Ninama :मध्य प्रदेश के उज्जैन में शहर से गुजरने वाली शिप्रा नदी के पुल से शनिवार रात वाहन समेत नदी में गिरे तीन पुलिसकर्मियों में से अबतक थाना प्रभारी अशोक शर्मा और सब इंस्पेक्टर मदनलाल निनामा का निधन हो गया है। टीआई का शव रविवार सुबह तो वहीं, एसआई का शव सोमवार शाम को नदी से रेस्क्यू किया जा सका। जबकि, एक महिला आरक्षक आरती पाल को अबतक तलाश किया जा रहा है। इधर, एसआई मदनलाल का मंगलवार सुबह उनके गृहनगर रतलाम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है।

दिवंगत उप निरीक्षक मदनलाल निनामा को सोमवार की सुबह उनके गृह नगर रतलाम के सैलाना मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। एक तरह जहां निनामा के परिवारजनों और शहरवासियों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस विभाग ने निनामा को अपना कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी बताते हुए राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी।

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पुलिस के आला अफसरों ने दी आखिरी सलामी

इस दौरान पुलिस विभाग के साथ-साथ जिले के जनप्रतिनिधियों बड़ी संख्या में आए नगरवासियों की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में मुक्य रूप से रतलाम रेंज के उप-महानिरीक्षक मनोज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक रतलाम अमित कुमार, एसडीओपी सैलाना नीलम बघेल, रक्षित निरीक्षक मोहन भर्रावत, निरीक्षक सुरेंद्र गडरिया समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

'पुलिस परिवार की अपूरणीय क्षति'

राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई (Photo Source- Patrika Input)

दिवंगत अधिकारी को पुलिस बल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पुलिस अधीक्षक रतलाम और डीआईजी रतलाम रेंज ने शोक व्यक्त करते हुए निनामा परिवार को सांतवना देते हुए कहा- उनका असमय जाना पुलिस परिवार की अपूरणीय क्षति है।

रतलाम जिले के रहने वाले थे निनामा

आपको बता दें कि, उन्हेल थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर मोहनलाल निनामा मूल रूप से रतलाम जिले की सैलाना जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम ताराघाटी के रहने वाले थे। उनका परिवार फिलहाल सैलाना के ही बावड़ी मोहल्ले में रह रहा है। वे अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं। 20 अगस्त 2023 को उन्हें उज्जैन जिले के उन्हेल थाने में पदस्थ किया गया था, जहां पुलिस सेवा करते हुए उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।

Published on:
09 Sept 2025 02:33 pm
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