Kuber Mantra : दिवाली पर भगवान कुबेर की पूजा और इन मंत्रों के जाप से घर में आती है धन-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा। जानें कुबेर धन प्राप्ति मंत्र, बीज मंत्र और अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र का महत्व।
Bhagwan Kuber Mantra: हिंदू धर्म में भगवान कुबेर को धन, ऐश्वर्य और समृद्धि का देवता माना जाता है। वे स्वर्ग के खजांची हैं और माता लक्ष्मी के साथ धन के रक्षक भी हैं। मान्यता है कि दिवाली के दिन भगवान कुबेर की आराधना करने से घर में धन-संपत्ति बढ़ती है, आर्थिक तंगी दूर होती है और जीवन में खुशहाली आती है। इसी कारण दिवाली की पूजा में मां लक्ष्मी के साथ भगवान कुबेर की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
कुबेर जी की पूजा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। उनके आशीर्वाद से व्यापार में वृद्धि होती है और अचानक धन लाभ के योग बनते हैं। कहा जाता है कि यदि दिवाली के दिन कुबेर मंत्रों का श्रद्धा से जाप किया जाए, तो घर में स्थायी धन और सौभाग्य का वास होता है।
मंत्र:
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
इस मंत्र का जाप करने से धन की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। यह मंत्र न सिर्फ धन आकर्षित करने में सहायक है, बल्कि नौकरी या व्यापार में सफलता पाने का मार्ग भी प्रशस्त करता है। नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करने से घर में बरकत बढ़ती है और दरिद्रता का नाश होता है।
मंत्र:
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
कुबेर बीज मंत्र को धनतेरस और दिवाली के दिन जपना अत्यंत शुभ माना गया है। यह मंत्र भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी दोनों की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम साधन है। इस मंत्र से जीवन में स्थायी धन, सौभाग्य और आर्थिक स्थिरता आती है। यह मंत्र मन को शुद्ध करता है और व्यक्ति को सकारात्मक सोच की ओर अग्रसर करता है।
मंत्र:
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र के जाप से भगवान कुबेर के साथ अष्टलक्ष्मी (आठ रूपों वाली लक्ष्मी) की कृपा भी मिलती है। यह मंत्र न केवल धन बढ़ाता है बल्कि घर में सुख, शांति और समृद्धि का स्थायी वास कराता है। कहते हैं कि इस मंत्र का जाप घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता बढ़ाता है।