Mahakumbh 2025: हिंदू धर्म मानने वालों का पवित्र आध्यात्मिक मेला इन दिनों प्रयागराज में लगा हुआ है। देश विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां आध्यात्मिक साधना के लिए जमा है। 144 साल का विशेष संयोग होने से अनेकानेक लोग यहां पहुंचना चाह रहे हैं। ऐसे में लोगों को जानना चाहिए कि महाकुंभ मेले से कौन सी चीजें गुडलक, पॉजीटिविटी और समृद्धि के लिए घर जरूर लाना चाहिए ...
Mahakumbh 2025: प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार महाकुंभ 2025 आत्म शुद्धि तपस्या, वेदाध्ययन का मेला तो है ही हिंदू धार्मिक आस्था का भी प्रतीक है। यहां कल्पवास करने और गंगा स्नान करने मात्र से तमाम पाप कट जाते हैं और जीवात्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
आचार्य वार्ष्णेय के अनुसार यदि आप महाकुंभ 2025 में संगम स्नान करने जा रहे हैं तो आपको यहां से ये 8 चीजें घर जरूर ले जानी चाहिए। ये चीजें आपके घर में सुख समृद्धि लाएंगी। आइये जानते हैं क्या हैं वो चीजें ...
आचार्य वार्ष्णेय के अनुसार महाकुंभ की पवित्र धरती पर आने वाले व्यक्ति को यहां से गंगाजल, संगम की मिट्टी, तुलसी पत्तियां, शिवलिंग, रुद्राक्ष माला, अक्षय वट का पत्ता, यज्ञ की भभूति और साधु-संतों का आशीर्वाद जरूर लाना चाहिए। आइये जानते हैं इन चीजों को घर लाने का क्या है महत्व
आचार्य आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ से गंगाजल जरूर घर ले जाना चाहिए। यह जल शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है। संगम से गंगाजल भरकर घर लाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा का क्षय होता है। इसे घर के हर कोने में छिड़कने से घर में और यहां रहने वाले लोगों में सकारात्मकता आती है।
इसके अलावा यह जल आगे के समय घर में होने वाले धार्मिक कार्यों में भी काम आएगा। इसकी घर में उपस्थिति मात्र घर वालों की मनोकामना पूर्ति में सहायक होती है। घर में गंगा जल से सदा सर्वदा ईश्वर की कृपा मिलती है और घर में सुख शांति और समृद्धि आती है।
आचार्य आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार संगम की मिट्टी और रेत (गंगाजल की रेत, रेणुका) को घर लाना बेहद शुभ होता है। महाकुंभ के दौरान की संगम की मिट्टी घर के पूजा स्थल या आंगन में रखनी चाहिए। यह घर में शांति और सामंजस्य बनाए रखने में मदद करेगा। कई यज्ञ और अनुष्ठानों में भी संगम की मिट्टी और रेत की जरूरत पड़ती है। आचार्य वार्ष्णेय के अनुसार माघ महीने में संगम क्षेत्र में देवी देवताओं संतों का वास होता है।
इस समय यहां यज्ञ हवन होता है, इसकी सकारात्मकता से उस क्षेत्र की मिट्टी पानी सबको प्रभावित करती है। ऐसे में संगम की मिट्टी में विशेष ऊर्जा बस जाती है और यह जहां रहेगी वहां से नकारात्मकता को दूर करेगी।
घर में इस मिट्टी को रखने से पारिवारिक विवादों का हल मिलता है और घर के सदस्यों में प्रेम-भाव बढ़ता है। आप इस मिट्टी का उपयोग छोटे-छोटे पौधों की देखभाल में भी कर सकते हैं, जिससे आपके घर का वातावरण और भी पवित्र हो जाएगा। महाकुंभ से लाई गई यह मिट्टी आपके जीवन में समृद्धि और सुख का नया अध्याय जोड़ सकती है। साथ ही घर का माहौल सात्विक और आध्यात्मिक रहेगा।
तुलसी को हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र माना गया है। महाकुंभ से तुलसी पत्तियां लाना जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। यहां की तुलसी की पूजा से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होगी और घर में लक्ष्मी का वास रहेगा। यह दुख-दरिद्रता को दूर करने में मददगार हो सकता है।
साथ ही परिवार के सभी सदस्यों के जीवन में शांति और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आ सकती है। इसके अलावा प्रयागराज की तुलसी पत्तियों को पूजा स्थल पर रखने और धार्मिक अनुष्ठान में प्रयोग से किसी भी धार्मिक प्रयोजन का महत्व बढ़ जाएगा। यह आपके जीवन में समृद्धि और शांति का मार्ग प्रशस्त करती है।
महाकुंभ से शिवलिंग और पारस पत्थर लाना भी बेहद शुभ होता है। इस ओजस्वी वातावरण से लाई देव मूर्तियों की पूजा अर्चन घर में सुख-शांति और समृद्धि ला सकती है। यहां से लाए शिवलिंग की पूजा मानसिक पारिवारिक शांति और आत्मिक उन्नति का माध्यम बन सकता है।
वहीं पारस पत्थर घर में रखने से आर्थिक समस्याएं दूर हो सकती हैं और धन-संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। यह आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में भी उन्नति का सबब बन सकता है, क्योंकि यह महाकुंभ की अथाह ऊर्जा को खुद में समेट लेने में सक्षम होता है।
रुद्राक्ष माला भगवान शिव का प्रतीक और उनका ही आभूषण है। मान्यता है कि इसको धारण करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। महाकुंभ से लाई रूद्राक्ष माला आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकती है। ऐसे लोग जो मानसिक तनाव और जीवन की चुनौतियों से जूझ रहे हैं, उन्हें इसका काफी फायदा हो सकता है।
इसे पहनने से न केवल आपका मन शांत होगा, बल्कि आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा, जो आपके करियर और जीवन में उन्नति का रास्ता तैयार करेगा। यह माला जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद करती है और आपकी आध्यात्मिक यात्रा को समृद्ध बनाती है।
महाकुंभ में साधु-संतों का सानिध्य प्राप्त करना और आशीर्वाद लेना व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार कर सकता है। यहां साधु-संतों के साथ कुछ समय बिताना, उनकी सेवा करना, और उनके उपदेशों को सुनना आत्मिक शांति प्रदान करेगा। साथ ही साधु संतों का आशीर्वाद आपके जीवन में सकारात्मकता सुख-शांति और समृद्धि लाने का माध्यम बन सकता है। यह आपके जीवन को नई दिशा दे सकता है।
महाकुंभ जाएं तो संभव हो तो अकबर किले में स्थित अक्षय वट का पत्ता जरूर घर लाएं। मान्यता है कि प्रलय के समय इसी अक्षय वट पर भगवान विष्णु का बाल रूप में अवतार होता है और वो मानवता का संरक्षण कर फिर से सृष्टि के सृजन का चक्र शुरू करते हैं।
इसलिए यह पत्ता भगवान का आशीर्वाद दिलाता है और साथ ही घर में सकारात्मकता लाता है। इसके अलावा इस पीपल वृक्ष में कई देवताओं का वास माना जाता है, जिसकी पूजा से उनका आशीर्वाद जीवन की बाधाओं को दूर करने में मददगार हो सकता है।
आचार्य वार्ष्णेय के अनुसार संगम महाकुंभ मेले के दौरान यज्ञ अनुष्ठान होते हैं, इसकी भभूति घर जरूर ले जाना चाहिए, क्योंकि इन अनुष्ठानों की भभूति में दैवीय शक्तियां, देवी-देवताओं का आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, जो घर परिवार को नकारात्मकता से बचाएंगी। उन्नति और शांति की राह प्रशस्त करेंगी।
यहां मुंडन आदि संस्कार करना भी पुण्यफल देने वाला होता है। इसलिए इस समय सभी पुण्य कार्य करना शुभ फलदायाक होगा। इसलिए प्रयागराज महाकुंभ में जाने पर इन 8 चीजों को घर जरूर लाना चाहिए।