MP News: मध्यप्रदेश के रीवा में लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए परियोजना अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ा है।
MP News: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ सिरमौर के परियोजना अधिकारी शेष नारायण मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने आगनबाड़ी सहायिका को ज्वाइन कराने के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
दरअसल, सिरमौर तहसील के सगरा निवासी राहुल सेन ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी पत्नी सोनम का चयन आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर हुआ है, लेकिन नियुक्ति के बदले सिरमौर महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ परियोजना अधिकारी शेषनारायण मिश्रा 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं। सत्यापन में रिश्वत की मांग की पुष्टि होने पर आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
जब शिकायकर्ता पैसे देने के लिए पहुंचा तो आरोपी अधिकारी शेष नारायण को इसकी भनक लग गई। शिकायतकर्ता के हाव-भाव को वह भांप गए और रुपए लेने से इंकार कर गाली-गलौज करने लगे। बताया जा रहा है कि उस दौरान कुछ अन्य लोग भी वहां पर मौजूद थे, जिसकी वजह से उनके सामने इस तरह से वह रुपए नहीं लेना चाह रहे थे।
जब शिकायतकर्ता से वह अभद्रता करके कार्यालय से भगाने लगे तो सिविल ड्रेस में मौजूद लोकायुक्त के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर अधिकारी को पकड़ लिया। । हालांकि, रिश्वत की रकम लेते हुए तो परियोजना अधिकारी को नहीं पकड़ा जा सका लेकिन रिश्वत मांगने का प्रकरण पहले ही दर्ज हो चुका था।
एसपी लोकायुक्त रीवा सुनील पाटीदार ने बताया कि एक शिकायत आई थी जिसमें सहायिका को ज्वाइन कराने के बदले रिश्वत मांगने का उल्लेख था। सत्यापन में शिकायत की पुष्टि हुई है, इस कारण संबंधित अधिकारी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।