MP News : बीना के खुरई थाना इलाके में एक परिवार के चार सदस्यों ने की आत्महत्या की है। मृतकों में शख्स के साथ उसकी बुजुर्ग मां और उसके दो बच्चे शामिल हैं। वहीं, पत्नी कुछ दिन पहले मायके गई थी।
MP News :मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना के अंतर्गत आने वाले खुरई से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक परिवार के चार लोगों ने एक साथ आत्महत्या कर ली है। घटना खुरई शहरी थाना इलाके के टीहर गांव की है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। वहीं, चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया है। आज सभी शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा। हालांकि, अबतक आत्महत्या के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आत्महत्या करने वालों में शख्स की बुजुर्ग मां और उसके दो बच्चे शामिल हैं। वहीं, मृतक की पत्नी कुछ दिन पहले मायके गई हुई थी।
ये सनसनीखेज घटना शुक्रवार देर रात की है। जानकारी के अनुसार, मनोहर सिंह लोधी, उसकी 70 वर्षीय बुजुर्ग मां फूलरानी लोधी, उसकी 18 वर्षीय बेटी शिवानी और 16 वर्षीय बेटे अनिकेत ने आत्महत्या की है। बुजुर्ग फूलरानी और उसके पोते अनिकेत की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि, शिवानी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई। वहीं, मनोहर को गंभीर हालत में सागर जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने भी दम तोड़ दिया।
मृतक मनोहर के बड़े भाई नंदराम सिंह लोधी ने बताया कि, वो चार भाई हैं, जिसमें दो भाई गांव में रहते हैं और दो भाई गांव के पास ही खेत में बने एक मकान में रहते हैं। मनोहर सिंह लोधी के मकान के ऊपर उनका एक भाई रहता है। जब उसे परिवार में नीचे उल्टियां होने की आवाज आई तो उसने नीचे जाकर देखा तो वो घबरा गया। जैसे तैसे उसने पास में रहने वाले परिवार को घटना की सूचना दी। इसके बाद उसने परिवार के अन्य सदस्यों को फोन पर जानकारी दी। सबसे पहले मनोहर और बेटी लड़की शिवानी को अस्पताल पहुंचाया, जबकि उसकी मां और उसके भतीजे की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। फिलहाल, पुलिस घटना के कारणों की जांच कर रही है।
खुरई सिविल अस्पताल की ड्यूटी डॉक्टर बरखा केशरवानी ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि, रात के समय 4 लोगों को लाया गया था। चारों ने आत्महत्या की कोशिश की थी, जिसमें से दो मृत अवस्था में अस्तपाल लाए गए थे, एक लड़की और उसके पिता की हालत गंभीर थी। लड़की और उसके पिता को सागर रेफर कर दिया गया था, लेकिन लड़की ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया, जबकि उसके पिता की भी जिला अस्पताल जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी।