Railway News: यात्रियों की स्लीपर कोच की मांग 9 साल से अधूरी है। रेलवे ने स्लीपर बढ़ाने की बजाय केवल थर्ड एसी कोच जोड़कर यात्रियों की परेशानी और बढ़ा दी है।
Rajya Rani Express sleeper coach: दमोह-भोपाल के बीच चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस की पिछले 9 साल से उपेक्षा की जा रही है। राज्यरानी एक्सप्रेस में लंबे समय से 8 स्लीपर कोच बढ़ाने की मांग यात्री और सलाहकार समिति कर चुकी है लेकिन रेलवे ने ट्रेन में मात्र एक थर्ड एसी कोच ही बढ़ाया है। भोपाल से अप डाउन करने बुंदेलखंड क्षेत्र के यात्रियों के लिए यह ट्रेन प्रमुख है। (railway news)
भोपाल-जबलपुर से चलने वाली आधा दर्जन इंटरसिटी ट्रेनों की अपेक्षा राज्यरानी में 8 कोच कम हैं। हालात यह हैं कि राज्यरानी सागर रेलवे स्टेशन पहुंचते ही फुल हो जाती है और यात्रियों को खड़े रहने की जगह भी नहीं मिलती। महिला, बुजुर्ग व विद्यार्थियों को भीड़ में असुरक्षा, असुविधा और मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है। राज्यरानी की उपेक्षा से रोज 7 हजार से अधिक यात्री प्रभावित हो रहे हैं। (railway news)
दमोह से लेकर भोपाल रेल खंड की समिति व संगठनों के पदाधिकारियों ने राज्यरानी एक्सप्रेस की समस्याओं का हल निकालने की मांग रेलवे बोर्ड नई दिल्ली, भोपाल व जबलपुर मंडल के डीआरएम से की है। मांग की जा रही है कि राज्यरानी एक्सप्रेस में कम से कम चेयरकार व सामान्य कोच बढ़ाए जाएं। यह ट्रेन अभी चेयरकार है, जिसमें सिर्फ बैठने की व्यवस्था है।
मरीजों को लेटने के लिए स्लीपर कोच लगाया जाए। थर्ड एसी कोच बढ़ाया गया है लेकिन इसकी टिकट की कीमत ज्यादा होती है। राज्यरानी को भोपाल के आउटर पर आधा घंटे खड़ा रखा जाता है, जिससे अप डाउन व ऑफिस कार्य के लिए जाने वाले यात्रियों को असुविधा होती है। (railway news)
क्षेत्रीय मांग के अनुसार विषय डीआरएम के पास पहुंचता है। डीआरएम रेल मंत्रालय की मीटिंग में विषय रखते हैं। जरुरत के अनुसार निर्णय लिए जाते हैं। समिति द्वारा मांग हुई है तो यह विषय भी डीआरएम के संज्ञान में होगा।- हर्षित श्रीवास्तव, सीपीआरओ
पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर में हुई बैठकों में कई बार मांग कर चुके हैं कि राज्यरानी में स्लीपर कोच की संख्या बढ़ाई जाए। हाल ही में रेलवे ने थर्ड एसी कोच बढ़ाया है, इससे यात्रियों की समस्याएं कम नहीं होंगी। थर्ड एसी का किराया भी बहुत ज्यादा होता है। क्षेत्र के यात्रियों को जरूरत स्लीपर कोच की है, इसकी मांग की जाएगी। बैठक में इस पर आपत्ति लेंगे। - मो. इरशाद, सदस्य रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति
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