एसडीओपी को सौंपा ज्ञापन, चार सितंबर की हुई थी सरपंच की हत्या, दो आरोपी हुए हैं गिरफ्तार
बीना. देवल सरपंच लाखन यादव की हत्या के बाद परिवार के लोगों ने जान का खतरा बताया है और एसडीओपी नितेश पटेल को ज्ञापन सौंपकर सुरक्षा देने के साथ-साथ आरोपियों के सहयोगियों पर मामला दर्ज करने की मांग की है।
ज्ञापन के माध्यम से मृतक के भाई प्रमोद यादव ने बताया कि 4 सितंबर की शाम बड़े भाई सरपंच घर आए थे और बताया था कि सुरेन्द्र यादव, सोबरन यादव सहित तीन अन्य लोग उनके घर आए थे। उन्होंने देवल पंचायत में विकसित की जा रही गोशाला में हस्तक्षेप करने से मना किया था। गोचर भूमि पर किए गए अतिक्रमण के संंबंध में धमकी दी कि अगर ज्यादा हस्तक्षेप किया, तो जान चली जाएगी। इसके बाद वह घर से निकले और रास्ते में कार चढ़ाकर उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है, लेकिन हत्या के षडयंत्र में शामिल सुरेन्द्र यादव, सोबरन यादव के अलावा अन्य तीन लोगों के नाम शामिल नहीं किए हैं। साथ ही परिवार के लोगों को लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही हैं। यदि परिवार को कोई क्षति होती है, तो उसकी जिम्मेदारी आरोपियों की होगी। उन्होंने परिवार को सुरक्षा दिलाने की मांग की है। एसडीओपी ने गांव में लगातार पुलिस गश्त कराने सहित अन्य बिन्दुओं पर जांच करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि 4 सितंबर की शाम सरंपच की कार से कुचलकर हत्या हुई थी और इस मामले में पुलिस ने सोबरन और उसके भाई सुरेन्द्र को आरोपी बनाया है। साथ ही दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।