सहारनपुर

Eid Mubarak : इस बार ‘खान भाई’ की सीर नहीं खाएंगे ‘राम भाई’

Eid Mubarak :नवरात्र को देखते मुस्लिम परिवारों ने हिंदू भाईयों के लिए ईद की दावत मैन्यु बदल दिया है। अब सीर के स्थान पर मिलेगा...

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ईद पर बनने वाली स्वादिष्ट सीर का प्रतीकात्मक फोटो

Eid Mubarak : राम भाई और खान भाई दोनों अच्छे दोस्त हैं। दोनों में गहरा ताल्लुक है। दोनों एक दूसरे के दुख-सुख और त्यौहार में शामिल होते हैं। दिवाली पर हर साल राम भाई के यहां से खान भाई के घर मिठाई जाती है और ईद पर खान भाई के यहां से राम भाई के घर 'सीर'। ईद पर अपने दोस्त खान भाई के यहां बनने वाली इस सीर का राम भाई को तो मानों वर्षभर इंतजार रहता है। इसकी वजह ये है कि खान साहब की 'खातून' ईद पर जो सीर बनाती हैं, उसे जितने मन से बनाया जाता है उससे कहीं अधिक मन से परोसा जाता है, लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। इस बार 'राम भाई' ईद मिलने खान भाई के यहां तो जाएंगे लेकिन अपनी पसंदीदा 'सीर' नहीं खा सकेंगे।

जानिए क्यों खान भाई की सीर नहीं चख सकेंगे राम भाई

अगर आप इसके पीछे की वजह राजनीतिक एजेंडा या फिर कोई अन्य कारण समझ रहे हैं तो आप गलत हैं। दरअसल इस बार ईद और नवरात्र एक साथ आएं हैं। पहले होली और जुमे की नमाज एक साथ हुई और अब ईद नवरात्रों में आई है। नवरात्र होने की वजह से राम भाई का व्रत रहेगा और ऐसे में साफ है कि राम भाई अपने अजीज दोस्त खान भाई के यहां बनने वाली इस खीर का स्वाद नहीं चख सकेंगे। इस बात का अहसास खान भाई को भी है। यही कारण है कि इस बार उन्होंने भी ईद पर अपना मैन्यु बदल दिया है। इस बार व्रत वाले दोस्तों के लिए खान भाई ने सीर नहीं बल्कि कुछ और इंतजाम किया है।

व्रत पर बदला ईद का मैन्यु ( Eid Mubarak )

नवरात्र होने की वजह से खान भाई ने ईद का मैन्यु ही बदल दिया है। वजह ये है कि, दोनों का याराना काफी घनिष्ठ है। खान भाई को पता है कि नवरात्र का व्रत होने के बावजूद भी राम भाई अपने मित्र से ईद मिलने जरूर आएंगे। ऐसे में खान भाई ने अपने मित्र के लिए सीर का नहीं बल्कि 'फल' का इंतजाम किया है। सहारनपुर के जनकपुरी थाना क्षेत्र में रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता फैसल सलमानी बताते हैं कि उनके यहां ईद पर मुस्लिम भाईयों से अधिक हिंदू भाईयों का आना होता है। ऐसे में इस बार नवरात्र को लेकर वह भी थोड़ा संकोच में थे कि क्या परोसा जाए ? अब फैसल सलमानी और इनकी खातून मिलकर ये सोचा है कि ईद मिलने आने वाले हिंदू भाईयों का व्रत प्रभावित ना हो इसके लिए वह उन्हे सिर्फ केला और सील्ड पैक पानी की बोतल ही परोसेंगे।

फैसल सालमानी का कहना है कि अगर कोई अन्य फल रखेंगे तो उसमें हाथ या चाकू लगता है, ऐसे में व्रत की शुद्धता को लेकर संशय बना रहेगा। यही कारण है कि केला एक ऐसा फल है जिसे आदमी खुद छीलकर खोलता है और अंदर शुद्ध ही निकलता है। झूठे या हाथ लगे गिलास का प्रयोग ना हो इसके लिए सील्ड पैक पानी की बोतल सर्व की जाएगी।

( खबर में खान भाई और राम भाई काल्पनिक चरित्र हैं। यह दोनों हिंदू और मुस्लिम दोस्तों की दोस्ती पर आधारित हैं )

Published on:
30 Mar 2025 01:05 pm
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