Encounter : जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई तो एक आरोपी के पैर में गोली लगी। इसका दूसरा साथी भाग गया। घायल को अस्पताल भर्ती कराया गया है।
Encounter : लूट ( छिनैती ) के आरोपियों ने सहारनपुर में पीछा कर रही पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस की ओर से भी गोलियां चलाई गई। इस तरह दोनों ओर से चली गोलियों के बाद लूट का एक आरोपी फिल्मी अंदाज में फरार हो गया जबकि एक के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने इसे हिरासत में लेकर उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया है।
एसपी सिटी के अनुसार कोतवाली सदर बाजार पुलिस दिल्ली रोड पर छिदबना के पास चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को बिना नंबर की बाइक पर दो युवक सवार होकर आते हुए दिखाई दिए। इस पर पुलिस टीम ने इन दोनों को रुकने का इशारा किया तो इन्होंने बाइक दौड़ा दी। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों का पीछा किया। एसपी सिटी के ही अनुसार पीछा कर रही पुलिस को देखकर इन दोनों युवकों की बाइक गिर गई और खुद को बुरी तरह से घिरता हुआ देख इन्होंने पुलिस टीम पर फायर कर दिए।
इससे पुलिस टीम को पीछे हटकर बैकअप लेना पड़ा और जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की गई। इस तरह एक बाइक सवार दोनों युवकों में से एक युवक के पैर में गोली लगी और वह घायल होकर मौके पर ही गिर पड़ा। इसी बीच इसका दूसरा साथी फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है। घायल युवक ने अपना नाम आसिफ पुत्र शाहिद निवासी मोहल्ला कस्सावान थाना कोतवाली बेहट बताया है। पुलिस को अभी तक इसके फरार साथी का नाम पता नहीं चला है। गोली लगने से घायल हुए आरोपी को उपचार के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है। पुलिस का कहना है कि आसिफ ने ही कोतवाली सदर बाजार क्षेत्र में पिछले दिनों छिनैती की वारदात को अजाम दिया था।
आप सोच रहे होंगे कि लूट और छिनैती में क्या अंतर है ? अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप जागरूक पाठक हैं। चलिए हम आपकों पुलिस की भाषा में समझाते हैं कि छिनैती और लूट की वारदात में क्या अंतर होता है। अगर किसी वस्तु को अचानक से छीन लिया जाए तो उसे छिनैती की वारदात कहते हैं और अगर किसी को डराकर वस्तु ली जाए तो इसे लूट कहते हैं। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि एक व्यक्ति बगल में बैग दाबकर खड़ा हुआ और इसी दौरान एक लुटेरा आता है और पीछे बैग को खींचकर भाग जाए तो इसे छिनैती की घटना माना जाएगा। इसी वारदात को अगर सामने से अंजाम दिया और डरा धमकाकर या हथियारों का डर दिखाकर बैग लिया जाए तो इसे लूट कहेंगे। यानी साफ है कि अगर पीड़ित को पता हो कि उसका सामान लिया जा रहा है लेकिन वह चाहकर भी विरोध ना कर पाए डराकर सामान लिया जाए तो इसे लूट कहते हैं और अचानक झटके से छीनकर भाग जाए और पीड़ित को विरोध करने का मौका ही ना मिले तो इसे छिनैती कहते हैं।