Holi : संभल सीओ ने बयान दिया था कि जिन्हे लगता है कि रंग लगने से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वो होली के दिन घर से बाहर ना निकलें। अब इस बयान पर राजनीति गरमा गई है।
Holi : होली से पहले होली के रंगों को लेकर राजनीति गरमा गई है। संभल सीओ अनुज चौधरी ( Anuj Chaudhry ) के बयान पर सहारनपुर सांसद इमरान मसूद ( Imran Masood ) ने एतराज जताया है। मीडिया को दिए एक बयान में इमरान मसूद ( MP ) ने कहा है कि संवैधानिक पद पर बैठे किसी अधिकारी की यह भाषा नहीं होनी चाहिए। किसी भी अधिकारी को इस तरह की भाषा बोलने का अधिकार नहीं है, उन्हे तो हर समाज के लोगों के लिए समान व्यवहार और समान विचार रखते हुए समान भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए। फिर बोले कि, अगर प्रशासनिक अधिकारी इस तरह के भड़काऊ बयान देंगे तो फिर समाज में सौहार्द कैसे बनेगा ?
संभल के सीओ अनुज चौधरी ने मीडियाकर्मियों को एक बयान दिया था। इस बयान में उन्होंने कहा था कि ''साल में 52 जुमा आते हैं जबकि होली एक ही बार आती है, जिसे ऐसा लगता है कि होली का रंग लगने से उसका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वो घर से बाहर ना निकलें, घर में ही रहें'' इसी बयान को लेकर अब राजनीति गरमाती हुई दिखाई दे रही है। सांसद इमरान मसूद ने इसे भड़काऊ बयान बताते हुए कहा है कि प्रशासनिक पद बैठे किसी भी व्यक्ति को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।
सांसद इमरान मसूद का कहना है कि देश में इस तरह की बयानबाजी कराकर लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है। देश के आर्थिक बहुत खराब हो चले हैं। देश भिखारी बनने की कगार पर आ चुका है। 90 लाख करोड़ रुपये शेयर बाजार में डूब गए हैं। उत्पादन गिरता जा रहा है। इन सवालों पर जनता, सरकार को ना घेर ले इसलिए जनता का ध्यान हटाने के लिए हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बनाया जा रहा है। इमरान मसूद ने बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश दादा को इतिहास पढ़ने की सलाह देते हुए कहा है कि, 100 साल पहले देश को कौन गुलाम बना रहा था यह बात उन्हे पढ़नी चाहिए। इसे पढ़ने के बाद फिर बताएं कि उन लोगों को भी क्या देश से बाहर निकाल दिया जाए ?