असपा की ओर से जारी एक फरमान में कहा गया है कि बिना अपॉइटमेंट मिलने वालों पर एक्शन होगा!
नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद से मिलने के लिए अब अपॉइटमेंट लेना होगा। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि उनकी पार्टी ( आजाद समाज पार्टी ) की ओर से ये फरमान जारी किया गया है। जारी फरमान में साफ लिखा गया है कि अगर पार्टी का कोई भी पादाधिकारी, सदस्य या कार्यकर्ता बिना अपॉइटमेंट मिलने आया तो उससे सांसद चंद्रशेखर नहीं मिलेंगे और पार्टी की ओर से भी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यानी साफ है कि अब उनकी पार्टी का कोई भी सदस्य, पदाधिकारी या अधिकारी बिना अपॉइटमेंट के सांसद चंद्रशेखर से नहीं मिल सकेगा। मुलाकात करने के लिए पहले पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को बताना होगा और फिर सांसद से अपॉइटमेंट लेना होगा।
असपा पार्टी की ओर से जब ''अपॉइटमेंट लेकर ही मुलाकात करें'' वाला फरमान जारी किया गया तो ये सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक ही दिन के भीतर ये फरमान समाचारों की सुर्खियां बन गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद का कहना है कि, उनके पास जगह कम है। एक ही कमरा है, लोगों को धूंप में इंतजार करना पड़ता है। पार्टी के लोग शुभकामनाएं देने के लिए पूरे देश से पहुंच रहे हैं। इसका असर उन लोगों पर पड़ता है जिन्होंने अपना बहुमूल्य वोट देकर उन्हे जिताया है। सांसद का कहना है कि वो जनता की बात सुनना चाहते हैं लेकिन पार्टी के लोगों से मिलने में काफी समय लग रहा है। उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों से इस बारे में बात की थी। इसके बाद पार्टी की ओर से ये फरमान पार्टी के सदस्यो, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए जारी किया है ताकि लोगों का समय पार्टी के लोग ना ले सकें।
अपॉइटमेंट लेकर ही मिलने वाला फरमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार चित्तौड़ की ओर से जारी किया गया है। इस पत्र में साफ लिखा गया है कि अगर कोई भी पार्टी से जुड़ा आदमी बिना अपॉइटमेंट सीधे सांसद से मिलना पहुंचता है तो इसे अनुशासनहीनता माना जाएगा।