Sambhal News: सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने ASP अनुज चौधरी के ट्रांसफर, मुख्यमंत्री योगी पर बनी फिल्म, गरबा पंडाल और नवरात्र में मीट की दुकानों को बंद कराने के आदेश पर बड़ा बयान दिया।
Sambhal News Hindi: सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने ASP अनुज चौधरी के बारे में बड़ा बयान देते हुए कहा कि ऐसे अधिकारियों को पुलिस सेवा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर किसी घटना में पुलिस अफसर का रोल गलत हो, तो सरकार को उन पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी। लेकिन इसके उलट उन्हें प्रमोशन दे दिया गया। अब उनकी फिरोजाबाद में पोस्टिंग के बाद संभल में शांति और व्यवस्था बनी रहेगी। सांसद ने यह भी कहा कि इस तरह के फैसले उन अधिकारियों के लिए संदेश हैं, जो ईमानदारी से काम करना चाहते हैं।
बर्क ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बनी फिल्म 'अजेय- द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि फिल्मों का राजनीतिकरण बढ़ गया है और धर्म के नाम पर भेदभाव का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सेंसर बोर्ड और सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करते हैं, तो वे सुप्रीम कोर्ट में इसकी शिकायत करेंगे।
सांसद ने गरबा फंक्शन और धर्म के नाम पर भेदभाव को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने रोक लगाने का निर्देश दिया है, तो वे मुस्लिम समुदाय से अपील करेंगे कि वे गरबा पंडालों में न जाएं। बर्क ने मेरठ में इमाम के दाढ़ी नोचने की घटना का भी जिक्र किया और कहा कि भीड़ तंत्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि कानून और संविधान का अपमान न हो।
प्रधानमंत्री की स्वदेशी चीजों को अपनाने की अपील का हवाला देते हुए बर्क ने कहा कि भारतीय उत्पादों का विदेशों में इस्तेमाल और एक्सपोर्ट होना भी बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि तभी भारत का सामान वैश्विक बाजार में प्रभाव डाल सकेगा और विदेशी टैरिफ जैसी समस्याओं से निपटा जा सकेगा।
नवरात्र में मीट की दुकानों को बंद कराने के आदेश पर बर्क ने भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाकर धर्म और धार्मिक त्योहारों पर ध्यान दे रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश और प्रदेश के असली मुद्दों पर ध्यान देना जरूरी है, न कि सिर्फ धार्मिक संस्थानों या खाने-पीने की चीजों पर राजनीति करना।