ईद-उल-अजहा (बकरीद) के मौके पर संभल जिले के चंदौसी क्षेत्र में विशेष उत्साह देखने को मिला। इस मौके पर सुबह से ही लोग नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों और ईदगाहों की ओर उमड़ने लगे। जानिए क्या रहा संभल का माहौल।
बकरीद पर चंदौसी की छोटी ईदगाह में सुबह करीब 6 बजे से ही नमाज शुरू हो गई थी। भीड़ इतनी अधिक बढ़ गई थी कि ईदगाह के अंदर सभी नमाजियों के लिए जगह नहीं बची।
जब कुछ लोग ईदगाह के बाहर सड़क पर नमाज अदा करने लगे, तो यातायात व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका उत्पन्न हो गई। इसी बीच मौके पर मौजूद क्षेत्राधिकारी (CO) अनुज चौधरी ने तुरंत स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए मोर्चा संभाला। उन्होंने बिना किसी टकराव के शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशीलता से काम लिया।
CO अनुज चौधरी ने नमाजियों से विनम्र अपील की कि वे सड़क पर नमाज न पढ़ें क्योंकि इससे यातायात बाधित हो सकता है और सुरक्षा व्यवस्था पर असर पड़ सकता है। उन्होंने सभी को बड़ी ईदगाह की ओर जाने के लिए प्रोत्साहित किया जहां सुबह 7 बजे से नमाज की व्यवस्था पहले से की गई थी। प्रशासन की इस वैकल्पिक व्यवस्था के कारण लोग बड़ी ईदगाह की ओर रवाना हो गए।
पुलिस की सतर्कता और समय पर की गई पहल के चलते न ही यातायात में कोई अवरोध हुआ और न कोई अप्रिय स्थिति सामने आई। उनकी सूझबूझ भरी कार्रवाई से यह सुनिश्चित हुआ कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान बना रहे और सार्वजनिक व्यवस्था भी सुरक्षित रहे।
जिले में ईद-उल-अजहा समारोह पर संभल SP के.के. बिश्नोई ने बताया, "संभल जिले में हमारे पास पांच सर्किल हैं और सभी सर्किल में ईद की नमाज संपन्न हो गई है। PAC की पांच कंपनियां, RRF के जवान के साथ निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। टीमों को तैनात किया गया है ताकि कुर्बानी की रस्मों के बाद अवशेषों का समय पर निपटान किया जा सके। ईद-उल-अजहा बहुत शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है। किसी भी तरह की समस्या होने पर टोल-फ्री नंबर दिए गए हैं। शांति समिति की बैठकों में लोगों को सलाह दी गई है कि वे कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में न लें। एक समय सीमा निर्धारित की गई है और शांति समिति की बैठकों के दौरान भी यही बताया गया है। सभी इसका पालन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर उचित निगरानी रखी जा रही है।"