Sambhal Violence: संभल में 24 नवंबर को हुए बवाल की मजिस्ट्रियल जांच के तहत अधिकारियों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। संभल सीओ अनुज चौधरी के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। 24 मार्च को एसडीएम वंदना मिश्रा, संभल कोतवाली प्रभारी और नखासा थाना प्रभारी के बयान दर्ज किए जाएंगे।
Statement of CO Anuj Chaudhary recorded Sambhal: संभल बवाल के बाद शुरू हुई यह जांच अब तक लंबित चल रही थी, जबकि इसे पूरा करने के लिए सात दिन का समय निर्धारित किया गया था। 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल के मामले में संभल डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने डिप्टी कलक्टर दीपक चौधरी को जांच अधिकारी नियुक्त किया था।
डिप्टी कलक्टर ने बहजोई कलक्ट्रेट परिसर स्थित कार्यालय में कई बार आम जनता और अधिकारियों को बुलाया, लेकिन किसी ने बयान दर्ज नहीं कराया। इसके बाद घटना के दौरान मौजूद अधिकारियों को नोटिस भी जारी किए गए। अब संभल सीओ अनुज चौधरी का बयान दर्ज किया जा चुका है।
डिप्टी कलक्टर ने बताया कि 24 मार्च को एसडीएम और दोनों थाना प्रभारियों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है। उनके बयान दर्ज होने के बाद आगे की जांच प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
संभल बवाल मामले में त्रिसदस्यीय न्यायिक जांच आयोग ने जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के पदाधिकारियों को 11 मार्च को लखनऊ स्थित कार्यालय में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए बुलाया था, लेकिन वे तय समय पर उपस्थित नहीं हुए।
जांच आयोग ने संभल एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई को पत्र जारी कर निर्देश दिया कि जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट, मशहूद अली फारूकी और कासिम जमाल को 20 मार्च को लखनऊ कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए समन तामील कराएं।
जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट ने बताया कि शपथपत्र डाक और मेल के माध्यम से भेज दिया गया है। हालांकि, अब कमेटी के पदाधिकारी 24 मार्च को न्यायिक जांच आयोग के समक्ष बयान दर्ज कराने के लिए लखनऊ जाएंगे।