PM Awas Yojana: वेटिंग लिस्ट में शामिल शत-प्रतिशत हितग्राहियों ने घर में रखी जमा पूंजी समय पर जमा करा दी।
PM Awas Yojana: प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत शहर के 263 हितग्राही पिछले 4 वर्षों से अपने घर के सपने को साकार होने का इंतजार कर रहे है। नगर निगम ने सभी आवेदकों से 11 जनवरी 2023 से 20 फरवरी 2024 के बीच 25 हजार रुपए मार्जिन मनी जमा करवा ली। 4 मई 2025 को वेटिंग लिस्ट भी जारी कर दी है। नाम देखते ही हितग्राही खुशी के मारे झूम गए। पर आवास का आवंटन आज तक नहीं हुआ है। हर मंगलवार को जनसुनवाई से लेकर महापौर, आयुक्त से लेकर आवास शाखा में हर दिन हितग्राही लगातार चक्कर लगाने को मजबूर है। इसके बाद भी उन्हे सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
शहर के वार्ड क्रमांक-15 में रहने वाले हितग्राही सुखेन्द्र ने बताया कि वर्ष 2020-21 में आवेदन कर चुके थे। दस्तावेज सत्यापन, बैंक खाते की जांच और पात्रता परीक्षण के बाद उन्हे योजना के लिए योग्य माना गया। नगर निगम ने उन्हें मार्जिन मनी जमा कराने के निर्देश दिए। वेटिंग लिस्ट में शामिल शत-प्रतिशत हितग्राहियों ने घर में रखी जमा पूंजी समय पर जमा करा दी। इसके बाद नगर निगम की ओर से आवास आवंटन संबंधी कोई जानकारी नहीं दी गई। 4 साल से आवास का इंतजार कर रहे है। अब डर लगने लगा है।
पीएम आवास शहरी शाखा कार्यालय के मिली जानकारी के अनुसार एएचपी घटक के कुल 2816 आवास बने है। इसमे ईडब्ल्यूएस के 2446 और एलआईजी के 216 आवास शामिल है। यह आवास स्मार्ट सिटी तिराहा उतैली व केंद्रीय जेल व मेडिकल कॉजेल के पीछे बने है। 100 आवास मालिक ऐसे है, जिन्होंने आवास योजना की किस्त नहीं जमा की है। इस हालत में नगर निगम कैंसिल आवासों से वेटिंग लिस्ट को लाभ देने जा रहा है।
पीएम आवास-2 योजना अंतर्गत शहरी क्षेत्र में 8900 भवन बनना है। यह भवन कहां बनेंगे, यह तय नहीं है। पर बनना जरूर है। नगर निगम का दावा है कि यदि वेटिंग लिस्ट वाले बच जाते है। उनको पीएम आवास-2 से लाभ दिया जाएगा। हितग्राहियों का दावा है कि शहरी गरीब मलिन बस्ती में रहने वालों को ईडब्ल्यूएस आवास 2.50 लाख और मध्यम वर्ग को 3.50 लाख में दिए गए है।
ईडब्ल्यूएस आवास में एक्स्ट्रा बुकिंग हो गई थी। जिन्होंने राशि नहीं जमा की है। उनके आवंटन निरस्त कर वेटिंग लिस्ट वाले हितग्राहियों को लाभ दिया जाएगा। - शेर सिंह मीना, आयुक्त, नगर निगम सतना
एएचपी घटल के कुल आवास- 2816
ईडब्ल्यूएस - 2446
एलआईजी - 216
कैंसिल होने की कगार में - 100