HIV Blood transfusion: सतना एचआइवी संक्रमित मामले में दिल्ली से आए जांच दल को मिली लापरवाही, सरकार एक्शन के मूड में...
HIV Blood TRansfusion Case New Update: सतना ब्लड बैंक में लापरवाही उजागर होने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के सभी जिलों में संचालित सरकारी और निजी ब्लड बैंकों का ऑडिट कराने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य आयुक्त तरुण राठी ने शुक्रवार को सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को पांच दिन में ब्लड बैंकों का ऑडिट कर उसकी रिपोर्ट ड्रग कंट्रोलर को भेजने के निर्देश दिए हैं। इस विभागीय ऑडिट में मानकों के अनुरूप आवश्यक स्टाफ, उपकरण और रिकॉर्ड नहीं मिलने पर शासकीय ब्लड सेंटर्स तत्काल बंद कर दिए जाएंगे।
ऐसी स्थिति में व्यवस्थाएं निजी ब्लड सेंटर्स से एमओयू के माध्यम से सेवाएं ली जाएंगी। इसके अलावा विभाग ने ब्लड रिप्लेसमेंट की व्यवस्था को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही पेशेवर रक्तदाताओं से रक्त संग्रह पर भी रोक लगाई है। विभाग ने नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज (डीजीएचएस) द्वारा जारी एसओपी का सख्ती से पालन करने के सख्त निर्देश दिए।
जिला अस्पताल में संक्रमित रक्त से एचआइवी पीड़ित बच्चों की जांच में शुक्रवार को केंद्रीय टीम ने ब्लड बैंक के रिकॉर्डों की जांच की। प्राथमिक जांच में पता चला कि ब्लड बैंक में खून चढ़ाने के समय स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ। ब्लड बैंक ने डोनरों से रक्त लेने के बाद परीक्षण ही नहीं किया। इससे थैलीसीमिया पीड़ित 6 बच्चे लाइलाज बीमारी की चपेट में आ गए। जांच में पता चला कि डोनरों से लिए खून की एचआइवी जांच नहीं की गई। वहीं जांच में उपयोग किट की कंपनी का विवरण और बैच नंबर तक दर्ज नहीं था। टीम यहां तैनात कर्मियों की जिम्मेदारी जांच रही है। नाको की टीम फ्लाइट में देरी से सतना नहीं पहुंच सकी।
ब्लड बैंक के बाद सतना जिला अस्पताल की एसएनसीयू में नवजातों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। एक वीडियो में चूहा आउटबॉर्न की ओर दौड़ता दिख रहा है, जबकि एसएनसीयू में 45 नवजात भर्ती थे।
- रक्त संग्रहण केवल स्वैच्छिक रक्तदान और शिविरों के माध्यम से किया जाए।
- रक्तदाताओं को स्वस त्यापित शपथ लेना होगा।
- रक्त परीक्षण के लिए प्राथमिकता से नाट, एलिसा और सीएलआइए तकनीक का उपयोग किया जाए। अत्यावश्यक होने पर किट्स का उपयोग होगा।
- कर्मचारियों की अर्हताएं अधिसूचना के अनुरूप हों।
- थैलेसीमिया मरीजों के लिए आवश्यक औषधियां, ब्लड कंपोनेंट्स और रक्ताधान में उपयोगी दवा उपलब्ध हो।
-ब्लड सेंटर्स में प्रयुक्त सभी जांच, औषधियां उपलब्ध हो।
- सभी वैधानिक रिकॉर्ड शेड्यूल एफ (एल) के अनुसार संधारित किए जाएं।