MP News: भाजपा के पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
MP News: मध्यप्रदेश के सतना विधानसभा के पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी का रविवार को दिल्ली एम्स में निधन हो गया था। सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। उनके अंतिम संस्कार में डिप्टी सीएम समेत हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सांसद गणेश सिंह, विधायक डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह और सिद्धार्थ कुशवाहा सहित कई दूसरे राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। इस दौरान प्रशासनिक अमला भी शामिल रहा। बाबू के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर घर से अंतिम यात्रा निकाली गई। यात्रा गांधी चौक, हनुमान चौक, पुराना पवार हाउस चौक, पन्नीलाल चौक, बिहारी चौक, जयस्तंभ चौक, डालीबाबा चौक होते हुए नजीराबाद स्थित मुक्तिधाम पहुंची।
पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी जनता के बीच गहरी पैठ रखने वाले नेता थे और हमेशा आम आदमी की तरह जीवन जीते रहे। संत व महात्माओं की भांति दाढ़ी रखने के कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ‘बाबाजी’ कहकर संबोधित करते थे, जबकि आम लोग उन्हें ‘बाबूजी’ कहकर बुलाते थे। वह विधायक रहते कार व चार पहिया वाहन की जगह बाइक से चलते थे। रिक्शा वाले, मजदूर, ठेली वाले, हाथ ठेला, मंडी के पल्लेदारों व जनता से सीधे जुड़ाव ने उन्हें 15 साल तक अजेय बनाए रखा।
1977 में वे भाजपा से जुड़े और जिला महामंत्री बने। इसके बाद भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष व मंत्री रहे। वह 1984-88 तक जिला महामंत्री, किसान मोर्चा के संभागीय प्रभारी, प्रदेश उपाध्यक्ष, जिला सलाहकार समिति, ननि परामर्शदात्री एवं स्वास्थ्य समिति के सदस्य, जिपं प्रतिनिधि, जिला उपभोक्ता सहकारी भंडार के डायरेक्टर, भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष, दवा विक्रेता संघ के जिला अध्यक्ष, क्त्रसंति दल का गठन, रामदरबार के संस्थापक एवं राम जन्म भूमि संघर्ष समिति के सदस्य रहते करीब 300 बार जेल यात्रा की है।