New Year 2026 Celebration: नववर्ष पर मैहर और चित्रकूट में उमड़ेगी आस्था की भीड़। पहाड़, मंदिर, मंदाकिनी की डुबकी और सख्त सुरक्षा के बीच नए साल का स्वागत।
MP Tourism: सतना और मैहर में नववर्ष के स्वागत (New Year 2026 Celebration) के लिए इस बार लोग ऐसे स्थलों को प्राथमिकता दे रहे हैं, जहां धार्मिक आस्था और पर्यटन का आनंद एक साथ मिल सके। सतना और मैहर जिले के चारों ओर फैली पहाड़ियां अपने प्राकृतिक सौदर्य के लिए जानी जाती है। इन्हीं पहाड़ियों पर स्थित मंदिर और धार्मिक स्थल नववर्ष पर श्रद्धालुओं व पर्यटकों को विशेष रूप से आकर्षित कर रहे है। मैहर की पहाड़ी पर विराजमान मां शारदा देवी का मंदिर और चित्रकूट (Chitrakoot) स्थित मां मंदाकिनी नदी और श्रीराम की तपोस्थली नववर्ष पर आस्था और सुकून का प्रमुख केंद्र बन रहे है।
नए साल के जश्न को देखते हुए सतना और मैहर जिले के पुलिस प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था का प्लान तैयार किया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। नए साल के पहले दिन मां शारदा देवी के दर्शन के लिए मैहर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इसे ध्यान में रखते हुए मैहर में कुल 350 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है। एसपी अवधेश सिंह ने बताया कि इनमें से 200 पुलिसकर्मी बाहर से बुलाए गए है।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं का आगमन 31 दिसंबर की देर रात से ही शुरू हो जाता है, इसलिए मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में आज से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मंदिर परिसर और प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जाएगी, ताकि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार नजर रखी जा सके। एसपी सिंह ने मंगलवार को मुकुंदपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू का जायजा लिया। यहां भी हजारों पर्यटकों के आने की संभावना रहती है। पुलिस वन विभाग के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था संभालेगी, ताकि पर्यटकों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
सतना 31 दिसंबर की रात नए साल के जश्न को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस प्रशासन ने शहर में 10 फिक्स प्वाइंट बनाए हैं, जहां कुल 110 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई हैं। ये फिक्स प्वाइंट कोठी मोड़, सर्किट हाउस, सेमरिया चौक, बिरला रोड, सिटी कोतवाली चौक, सोहावल मोड़, गहरा नाला, बाजार और धवारी क्षेत्र में बनाए गए हैं। इन फिक्स प्वाइंट्स पर वाहनों की सघन जांच की जाएगी।
चित्रकूट को भगवान श्रीराम (Lord Rama) की तपोस्थली के रूप में विशेष पहचान प्राप्त है। नववर्ष पर मां मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। चित्रकूट की पहाड़ियां, घने वन और नदी का शांत प्रवाह इसे आध्यात्मिक पर्यटन का अनूठा केंद्र बनाते हैं। रामघाट, कामदगिरि परिक्रमा, स्फटिक शिला और हनुमान धारा जैसे स्थल श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देते हैं। नववर्ष पर धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ पर्यटक प्रकृति की गोद में सुकून भरे पल बिताते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। आस्था, प्रकृति और रामकथा से जुड़ा वातावरण चित्रकूट को नववर्ष पर विशेष आकर्षण प्रदान कर रहा है, जिससे जिले के पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिल रही हैं।
मैहर नववर्ष पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित मां शारदा देवी का मंदिर (Maa Sharda Devi Mandir Maihar) हर वर्ष लाखों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। नववर्ष के अवसर पर यहां विशेष पूजा-अर्चना, आरती और भजन-कीर्तन होंगे। रोपवे सुविधा और सुसज्जित सीढ़ियां यात्रा को सुगम बनाती है, वहीं पहाड़ी से दिखने वाला प्राकृतिक दृश्य श्रद्धालुओं को रोमांचित करता है। मंदिर प्रबंधन के अनुसार वीआईपी गर्भगृह दर्शन पर रोक रहेगी और व्यवस्थाएं नवरात्रि मेले की तर्ज पर होंगी। भीड़ के अनुसार मंदिर के पट खोले व बंद किए जाएंगे। श्रद्धालुओं के लिए सफाई, पेयजल, अलाव, विश्राम स्थल, ऑनलाइन रोपवे टिकट बुकिंग की व्यवस्था की गई है। (MP Tourism)