SATNA AIRPORT INAUGURATION एयरपोर्ट से प्लेन जल्द उड़ाने की तैयारी चल रही है।
SATNA AIRPORT एमपी को एक और एयरपोर्ट की सौगात मिली है। प्रदेश का यह नया एयरपोर्ट सतना में बनकर तैयार हो चुका है। यह एयरपोर्ट, प्रदेश का सातवां एयरपोर्ट होगा। सतना एयरपोर्ट से प्लेन जल्द उड़ाने की तैयारी चल रही है। प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री से भी बात की है। मंत्री बागरी ने एयरपोर्ट के शुभारंभ, हवाई सेवाओं के साथ इसके विस्तार कार्यक्रम के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि सतना एयरपोर्ट का जल्द शुभारंभ होगा और हवाई सेवाएं भी शुरू की जाएंगी।
सतना में एयरपोर्ट का निर्माण पिछले साल सितंबर में ही पूर्ण हो चुका है। हवाई सुरक्षा और उड़ान योग्यता मानकों की नियामक संस्था नागरिक उड्डयन महा निदेशालय (डीजीसीए) द्वारा इसे दिसंबर में उड़ानों के लिए लाइसेंस भी प्रदान कर दिया गया था।
DGCA से उड़ानों की मंजूरी मिलने के बाद से ही सतना एयरपोर्ट के शुभारंभ की बात कही जा रही है हालांकि यह अवसर बार बार टल रहा है। पहली बार 31 दिसंबर 2024 को इसका शुभारंभ तय हुआ लेकिन कैंसिल हो गया। इसके बाद नए साल यानि 2025 की 5 जनवरी को शुभारंभ करना निर्धारित हुआ लेकिन यह भी कैंसिल हो गया। फिर 24 फरवरी का शेड्यूल बना लेकिन इस दिन भी शुभारंभ संभव नहीं हो सका।
सतना एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान के बढ़ते इंतजार के बीच राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने अच्छी खबर दी है। उन्होंने कहा है कि एयरपोर्ट का जल्द शुभारंभ होगा और विमान भी जल्द उड़ सकेंगे। मंत्री प्रतिमा बागरी ने रन वे की लंबाई बढ़ाने और एयरपोर्ट पर पसरे अतिक्रमण को हटाने की भी बात कही है।
राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने बताया कि एयरपोर्ट का शुभारंभ भोपाल जीआईएस GIS के कारण टल गया था। अगली तिथि जल्द निर्धारित होगी। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई बढ़ाने को लेकर भी केंद्रीय विमानन मंत्री से बात की है। अभी 12 सौ मीटर की मंजूरी मिली है पर बाद में रनवे की लंबाई बढ़ाई जाएगी। एयरपोर्ट की जमीन पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी जल्द होगी।
सतना में नवनिर्मित एयरपोर्ट करीब 30 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। अभी यहां के 12 सौ मीटर के रन वे पर 19 सीटर विमान उड़ाने की तैयारी है। सतना एयरपोर्ट से उड़ान संचालन की शुरुआत पीएम श्री वायु सेवा से होगी।
सतना एयरपोर्ट के चालू हो जाने के आसपास के टूरिस्ट स्थलों को खासा लाभ होगा। धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध खजुराहो, चित्रकूट के साथ शारदा माता मंदिर दर्शन के लिए मैहर तक पहुंचना आसान होगा।