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12 हजार टीचर्स की रोकी गई सैलरी, ये है कारण…

MP News: करीब 1500 बीएलओ को ई-अटेंडेंस अनिवार्य नहीं है। ऐसे में उनका रूका वेतन जारी होगा।

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सतना

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Astha Awasthi

Dec 05, 2025

(Photo Source: AI Image)

(Photo Source: AI Image)

MP News: मध्यप्रदेश के सतना-मैहर जिले में ई- अटेंडेंस को लेकर एक विभाग के दो नियम सामने आए है। दोनों जिलों में स्कूल शिक्षा विभाग के 12725 स्टाफ को वेतन नहीं दिया गया है। इन्ही अधिकारियों व कर्मियों में से डीपीसी कार्यालय से जुड़े 150 से ज्यादा ऑफिसरों की नवंबर में किए कार्य का 2 दिसंबर को वेतन जारी हो गया है। सैलरी न पाने वाले शिक्षकों का आरोप है कि ई-अटेंडेंस लगाने वालों को वेतन जारी नहीं किया जा रहा है। पर न लगाने वालों को वेतन मिल गया।

सतना में 8857 व मैहर में 3868 स्टाफ

मिली जानकारी के मुताबिक सतना जिले में अध्यापक, बाबू व भृत्य की संख्या 6997 और प्राचार्य, प्रधानाचार्य एवं शाला प्रभारियों की संख्या 1860 कुल 8857 है। वहीं मैहर जिले में शिक्षक, बाबू व भृत्य की संख्या 2991 और शाला प्रभारियों की संख्या 877 कुल 3868 है। 12725 स्टाफ में से डीपीसी, एपीसी, बीआरसी, बीएसी, सीएसी, एमआईएस व कई ऑपरेटरों को वेतन जारी किया गया है।

ई-अटेंडेंस 90 प्रतिशत से ऊपर

2 दिसंबर के डाटा अनुसार सतना जिले में गेस्ट टीचर व व्यवसायिक शिक्षकों की ई- अटेंडेंस 90 प्रतिशत से ऊपर है। 92.03 प्रतिशत अतिथि शिक्षक ई-अटेंडेंस लगा रहे है। सबसे अच्छा कार्य नागौद, मझगवां और रामपुर बाघेलान में हो रहा है। वहीं सोहावल व उचेहरा पिछड़े है। इसी तरह 5 विकासखंड में व्यवसायिक शिक्षकों की ई-अटेंडेंस 91 प्रतिशत से अधिक है। नागौद, मझगवां, रामपुर बाघेलान व उचेहरा का अच्छा प्रदर्शन है। जबकि जिला मुपयालय वाले सोहावल व्लॉक पीछे चल रहा है।

आज से मिलेगा वेतन

शिक्षा विभाग में चर्चा है कि जिन शिक्षकों एवं अन्य शैक्षणिक स्टाफ ने ई-अटेंडेंस लगाना शुरू कर दिया है। उनका वेतन जारी करने के लिए बिल तैयार कर 5 दिसंबर से ट्रेजरी भेजा जाएगा। करीब 1500 बीएलओ को ई-अटेंडेंस अनिवार्य नहीं है। ऐसे में उनका रूका वेतन जारी होगा। सिर्फ उन्हीं लोगों का वेतन नहीं निकलेगा। जिन्होंने ई-अटेंडेंस की शुरुआत नहीं की है। अब मतलब साफ है कि स्कूल शिक्षा विभाग के हर स्टाफ को ई-अटेंडेंस हर हाल में लगाना ही पड़ेगा।

स्कूल इंचार्ज 57.85% व शिक्षकों की 59.95% ई-अटेंडेंस

पूर्व के दिनों की अपेक्षा स्कूल इंचार्ज और लोक सेवकों के ई- अटेंडेंस में सुधार हो रहा है। जिले में स्कूल इंचार्ज की 57.85 प्रतिशत व लोक सेवकों की 59.95 प्रतिशत ई-अटेंडेंस लग रही है। रामपुर बाघेलान के स्कूल इंचार्जों का 68.42 प्रतिशत रहा। दूसरे नंबर में उचेहरा, तीसरे नंबर में नागौद व चौथे नंबर में सोहावल है। जबकि मझगवां 40.96 फीसदी में अटका है।