MP News: जबलपुर के संजय पटेल ने माता को 2 किलो चांदी का छत्र, चांदी का मुकुट और सोने की नथ चढ़ावे में अर्पित की थी...
MP News: मैहर में शारदा मंदिर के गर्भगृह में माता को अर्पित होने वाले चढ़ावे को पुजारी ही गायब कर रहे हैं। जबलपुर के श्रद्धालु ने माता को दो किलो चांदी का छत्र, मुकुट और सोने की नथ चढ़ाई तो यह गायब हो गई। दानदाता को इस चढ़ावे की पर्ची ही नहीं दी गई।
जबलपुर के दानदाता संजय पटेल ने कलेक्टर से शिकायत की तो एसडीएम और मां शारदा मंदिर प्रबंध समिति की प्रशासक दिव्या पटेल ने प्रधान पुजारी पवन कुमार शास्त्री को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया। हालांकि नोटिस के बाद संबंधित पुजारी ने सारे आभूषण वापस जमा करा दिए।
22 अक्टूबर को जबलपुर के संजय पटेल ने माता को 2 किलो चांदी का छत्र, चांदी का मुकुट और सोने की नथ चढ़ावे में अर्पित की थी। पूजा के बाद त्रिकूट पर्वत से नीचे लौटने पर उनके परिचित ने चढ़ावे की पर्ची मांगी तो संजय ने इनकार कर दिया। कहा, ऐसी पर्ची नहीं मिली है। उन्होंने समिति में पता किया तो बताया, उनका चढ़ावा मंदिर समिति कोष में जमा नहीं हुआ है। समिति कोष रजिस्टर में उनका नाम नहीं लिखा है। फिर उन्होंने कलेक्टर को शिकायत की।
मंदिर के प्रधान पुजारी पवन कुमार शास्त्री हैं। वे अपने स्तर पर गर्भ गृह में पूजा के लिए अपने ही परिवार के अन्य सदस्यों को रखते हैं। इन्हीं में सुमित पाण्डेय भी हैं। ऐसे में समिति प्रशासक ने प्रधान पुजारी से चोरी पर जवाब मांगा। पुजारी शास्त्री ने सफाई दी-दानदाता ने दान कई दिन तक चढ़ावा माता को चढ़े रखने का निवेदन किया था। इसलिए कोष में नहीं जमा कराया। आभूषण और छत्र गर्भगृह से बाहर क्यों ले गए? इसका जवाब वे नहीं दे सके।
हालांकि गर्दन फंसती देख बाद में छत्र, मुकुट, आभूषण पुजारी ने जमा कर दिए। मामले में मंदिर प्रांगण प्रभारी एसबी सिंह, गर्भ गृह प्रभारी कैलाश कुशवाहा को भी नोटिस दिया है। सीसीटीवी कैमरा ऑपरेटर जितेंद्र को हटा दिया गया है।
कलेक्टर ने मंदिर समिति प्रशासक एसडीएम मैहर को जांच सौंपी। दान के दिन की सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला, अपराह्न 2.55 बजे सफेद रंग के प्लास्टिक बैग में चांदी का छत्र, मुकुट, सोने की नथ दानदाता ने माता को चढ़ाई थी। लेकिन इसे गर्भगृह में बैठे पुजारी सुमित पाण्डेय अपने साथ चोरी छिपे ले गए। यह घटना कैमरे में कैद हो गई।
प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाई गई। एसडीएम की रिपोर्ट आने पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। -रानी बाटड, कलेक्टर एवं मंदिर समिति अध्यक्ष
जब दान मिला, मैं बाहर था। अन्य पुजारी थे। उन्होंने बताया, दानदाता की मंशा चढ़ावा कुछ दिन चढ़ाए रखने की थी। पुजारी ने बाद में चढ़ावा वापस कर दिया है। -पवन शास्त्री, प्रधान पुजारी