रणथम्भौर बाघ परियोजना में इन दिनों पर्यटकों को बाघ-बाघिनों की जमकर साइटिंग हो रही है। गुरुवार को भी सुबह की पारी में पार्क भ्रमण पर गए पर्यटकों को जोन एक में रोचक नजारा देखने को मिला।
सवाईमाधोपुर। रणथम्भौर बाघ परियोजना में इन दिनों पर्यटकों को बाघ-बाघिनों की जमकर साइटिंग हो रही है। गुरुवार को भी सुबह की पारी में पार्क भ्रमण पर गए पर्यटकों को जोन एक में रोचक नजारा देखने को मिला। यहां दो भालू, जोन एक में बाघिन के इलाके में जा पहुंचे।
जहां उनका सामना रणथम्भौर की मशहूर बाघिन नूर यानी टी-39 से हुआ। पहले तो भालुओं ने बाघिन पर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन जैसे ही बाघिन ने अपने तेवर दिखाए तो भालू दबे पांव पीछे भागने को मजबूर हो गए। यह नजारा देखकर पर्यटक गदगद हो गए और उन्होंने इस नजारे को कैमरे में कैद किया।
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब जंगल में भालू और बाघ का आमना-सामना हुआ है। रणथम्भौर में पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। पूर्व में रणथम्भौर के जोन तीन और छह में इस प्रकार की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन कई बार भालू बाघ पर भारी पड़ा है, जिससे बाघ को अपने कदम पीछे हटाने पड़े।