Ranthambore National Park: अक्टूबर माह में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार रणथम्भौर में करीब 25 से अधिक बाघ-बाघिन और शावक लापता थे। हालांकि इनमें से कई तो सालों से ही मिसिंग है।
Ranthambore National Park: सवाईमाधोपुर। रणथम्भौर में बाघ टी-86 की मौत और बाघों के गायब होने के मामले में जांच कमेटी गठित करते ही विभाग हरकत में आ गया। अधिकारियों ने तुरत-फुरत ट्रैप कैमरे खंगालने शुरू किए तो 25 में 10 बाघ-बाघिन और शावक नजर आए। ऐसे में विभाग को भी गायब बाघ-बाघिनों को लेकर थोड़ी राहत मिली है। उल्लेखनीय है कि चार नवम्बर को ही पीसीसीएफ पवन कुमार उपाध्याय ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था।
अक्टूबर माह में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार रणथम्भौर में करीब 25 से अधिक बाघ-बाघिन और शावक लापता थे। हालांकि इनमें से कई तो सालों से ही मिसिंग है। लेकिन बुधवार को 10 बाघ-बाघिन नजर आ गए अभी भी 15 बाघ-बाघिनों की कोई जानकारी नहीं लग पाई है। हालांकि लापता हुए बाघ-बाघिनों में से कुछ उम्रदराज भी हैं। ऐसे में उनके मिलने की संभावना न के बराबर जताई जा रही है।
गायब बाघ-बाघिनों का मामला बढ़ने के बाद वन विभाग इसे गंभीरता से ले रहा है। इसी के तहत बाघ-बाघिनों की सघन तलाश शुरू की गई है। ट्रैप कैमरों में बाघिन टी-90 की फीमेल शावक, टी-92, टी- 70, टी-71, टी-76, भैरूपुरा मेल आदि बाघ-बाघिन नजर आए हैं। अन्य टाइगरों को तलाशने में भी टीम लगातार जुटी हुई है।
पिछले करीब 20 दिन के अंदर कैमरों में कैप्चर हुए 10 बाघ-बाघिन की जानकारी सामने आई है। इसके अलावा मिसिंग बाघ-बाघिनों में कुछ ऐसे हैं जो उस पूरी कर चुके हैं, लेकिन यह पहले से इस सूची में चले आ रहे हैं।
अनूप के आर, सीसीएफ, रणथम्भौर टाइगर रिजर्व