रणथंभौर में अब पर्यटकों की सुविधा के लिए रेलवे की तर्ज पर ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन लगाने की तैयारी की जा रही है।
सवाईमाधोपुर। रणथंभौर में अब पर्यटकों की सुविधा के लिए रेलवे की तर्ज पर ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन लगाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए वन विभाग की ओर से दो निजी फर्म के साथ संपर्क भी किया गया है। वन अधिकारियों ने बताया कि यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो एक अक्टूबर से शुरू होने वाले नए पर्यटन सत्र से बुकिंग विंडो पर एटीवीएम कियोस्क लगा दिए जाएंगे।
पहले चरण में वन विभाग की ओर से टिकट विंडो पर दो कियोस्क लगाए जाएंगे। एक कियोस्क की अनुमानित कीमत करीब 25 हजार के आसपास आंकी गई है। यह कियोस्क राजस्थान फाउंडेशन के फंड से खरीदे जाएंगे।
इस संबंध में वन अधिकारियों का तर्क है कि रणथम्भौर में पर्यटन सीजन के पीक के दौरान यानि की अक्टूबर से जनवरी और फिर त्योहारी सीजन के दौरान पर्यटकों की आवक अधिक रहती है। ऐसे में टिकटों के लिए पर्यटकों को घंटों तक कतार में इंतजार करना होता है। ऐसे में पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। टिकट विंडो पर कियोस्क लगने से पर्यटकों को टिकट बुकिंग में आसानी होगी और बुकिंग प्रकिया में पारदर्शिता भी आएगी।
पूर्व में भी वन विभाग की ओर से रेलवे की तर्ज पर ही रणथंभौर की एडवांस ऑनलाइन बुकिंग में वेटिंग सिस्टम को शुरू किया था और किसी पर्यटक की बुकिंग कैंसिल होने पर दूसरे पर्यटक को पार्क भ्रमण के लिए टिकट जारी किया जाता था। सीट कंफर्म नहीं होने की स्थिति में पर्यटक को उसकी राशि रिफण्ड की जाती थी, लेकिन बाद में वन विभाग की ओर से इस प्रणाली को बंद कर दिया था।
पर्यटकों की सुविधा के लिए आगामी सत्र से टिकट विण्डो पर एटीवीएम कियोस्क लगाने की योजना बनाई जा रही है। ताकि बुकिंग में पर्यटकों को आसानी हो सके।
-प्रमोद कुमार धाकड़, उपवन संरक्षक (पर्यटन), रणथंभौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर