Rajasthan District News : बरसों की मेहनत के बाद गत कांग्रेस सरकार में बनाया गया गंगापुरसिटी जिला सवा साल की अल्प आयु में ही ध्वस्त कर दिया गया। इससे क्षेत्रवासियों की आंखों में पल रहे विकास के अरमान पस्त हो गए हैं।
गंगापुरसिटी। बरसों की मेहनत के बाद गत कांग्रेस सरकार में बनाया गया गंगापुरसिटी जिला सवा साल की अल्प आयु में ही ध्वस्त कर दिया गया। इससे क्षेत्रवासियों की आंखों में पल रहे विकास के अरमान पस्त हो गए हैं। अब फिर से जिला सवाईमाधेापुर में गंगापुरसिटी, बामनवास व वजीरपुर को मर्ज किया जाएगा। जिला मुख्यालय की दूरी से राहत मिलने के बाद अब फिर से लम्बा रास्ता नापना पड़ेगा।
नवगठित जिले गंगापुरसिटी में शामिल किए गए करौली जिले के नादौती तथा टोडाभीम उपखण्ड को फिर से करौली में मर्ज किया जाएगा। जिला मुख्यालय से पुलिस अधीक्षक को पूर्व में ही हटा दिया गया था। अब जिला कलक्टर सहित जिला स्तरीय अधिकारियों तथा कार्यालयों को भी यहां से हटाया जाएगा। इसके चलते गंगापुरसिटी पूर्व की स्थिति में आ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में नवगठित जिले गंगापुरसिटी को निरस्त करने की घोषणा की गई है। बता दें कि गत 5 अगस्त 2023 को कांग्रेस सरकार ने जिला गठित करने की आधिकारिक अधिसूचना जारी की थी। इससे पहले विशेषाधिकारी नियुक्त किए थे।
बरसों पुरानी मांग पूरी होने के बाद गंगापुरसिटी जिला बनने से विकास की उम्मीद बंधी थी। जिला स्तरीय लगभी सभी कार्यालयों के लिए सरकारी भूमियों का आवंटन किया गया था। वहीं बजट के लिए भी सरकार से भी राशि की मांग की जा रही थी। लोगों को कामों के लिए सवाईमाधोपुर नहीं जाना पड़ रहा था। वहीं अपराध पर भी नियंत्रण लग रहा था। लेकिन अब फिर से अतिरिक्त जिला कलक्टर स्तर के कार्यालय रह जाएंगे।
जिला कलक्ट्रेट, पुलिस लाइन सहित जिला स्तरीय सरकारी कार्यालयों के आसपास भूमियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो गई थी। इसके चलते लोगों ने करोड़ों रुपए का निवेश किया था। लेकिन अब जिला निरस्त होने के कारण जमीनों के भावों में भी कमी आएगी। इसके चलते निवेशकों के माथों पर भी चिंता की लकीरें खिंच सकती है। इसे लेकर शहरवासियों में चर्चा रही। वहीं बाहर से आकर भी लोग यहां बसने लगे हैं।
इधर, जिला निरस्त होने के बाद धरना-प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए पुलिस-प्रशासन भी मुस्तैदी बनाए हुए हैं। अंदरूनी तौर पर पुलिस तथा खुफिया विभाग को भी सक्रिय कर दिया गया है।
जिला निरस्त होने के साथ ही सवाईमाधोपुर तथा करौली जिले से गंगापुरसिटी जिले में पदस्थापित किए गए कार्मिक फिर से अपने-अपने जिलों में लौटेंगे। इनमें प्रमुख रूप से जिला कलक्ट्रेट, पुलिस लाइन, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में क्राइम ब्रांच, डीएसबी शाखा सहित अन्य प्रकोष्ठों में लगे कर्मचारियों का भी तबादला होगा। इसे लेकर कलक्ट्रेट तथा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में चर्चा रही।
गंगापुरसिटी जिला निरस्त करने पर उपनेता प्रतिपक्ष तथा स्थानीय विधायक रामकेश मीना ने कहा कि भजनलाल सरकार को गोहत्या से भी बढ़कर पाप लगेगा। सरकार ने गंगापुरसिटी के साथ अन्याय किया है। इसे लेकर न्यायालय की शरण में जाएंगे। साथ ही विरोध-प्रदर्शन भी किया जाएगा। समय आने पर सरकार को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
गंगापुरसिटी जिले का दर्जा खत्म करना सरकार की ऐतिहासिक राजनीति भूल होगी। गंगापुरसिटी हर दृष्टिकोण में जिला बनने की सभी औपचारिकताएं पूरी करता था।
गंगापुरसिटी ज़लिे को समाप्त करना भाजपा सरकार की द्वेषतापूर्ण कार्यवाही है, जबकि गंगापुरसिटी जिला बनने के सम्पूर्ण मापदंडपूर्ण करता है। इस फैसले की कठोर निंदा एवं विरोध करता हूं। शीघ्र ही बड़े जनआंदोलन की शुरुआत होगी।
गंगापुर जिले को निरस्त करना दुर्भाग्यपूर्ण है। आज का दिन गंगापुर के इतिहास का काला दिन है। ईश्वर इनको सद्धबुधि दे।
अभी तक गंगापुरसिटी में शांति है। सभी प्रकार की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।