रणथम्भौर के जंगलों में बाघों की युवा पीढ़ी अब अपनी टेरेटरी स्थापित करने को लेकर तैयार है। मंगलवार शाम को जोन तीन में बाघिन टी-124 यानी रिद्धि और उसकी मादा शावक के बीच इलाके को लेकर हल्की झड़प देखने को मिली।
सवाईमाधोपुर। रणथम्भौर के जंगलों में बाघों की युवा पीढ़ी अब अपनी टेरेटरी स्थापित करने को लेकर तैयार है। मंगलवार शाम को जोन तीन में बाघिन टी-124 यानी रिद्धि और उसकी मादा शावक के बीच इलाके को लेकर हल्की झड़प देखने को मिली। यह दृश्य वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफरों और पर्यटकों ने कैमरे में कैद किया। हालांकि कुछ देर बाद दोनों अलग-अलग हो गईं।
वन अधिकारियों के अनुसार, वाइल्ड लाइफ में जब शावक युवा हो जाते हैं, तो वे अपनी मां से अलग होकर जंगल में अपनी स्वतंत्र टेरेटरी बनाते हैं। इस प्रक्रिया में अक्सर मां-बेटी के बीच ही पहला संघर्ष होता है। अधिकतर मामलों में मां को ही अपना पुराना इलाका छोड़ना पड़ता है। रणथम्भौर में रिदि्ध की संतानों के युवा होने के साथ ही अब जंगल में टेरेटरी को लेकर संघर्ष की आशंकाएं बढ़ गई हैं।