MP News: बैनर में लिखा था, 'कुबेरेश्वर धाम प्रांगण पर गैर हिंदुओं का आना सख्त मना है।' ये बैनर और पोस्टर बजरंग दल और वीएचपी कार्यकर्ताओं ने ऑटो चालकों को प्रवेश से रोकने के लिए लगाए थे।
Non-Hindus prohibited banners: सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम एक बैनर के कारण मंगलवार को फिर से सुखियों में आ गया। बताया जा रहा है कि यहां किसी हिन्दूवादी संगठन के कार्यकर्ता ने बाहर से आने वाले ऑटो चालकों को रोकने के लिए कुछ बैनर लगा दिए। बैनर पर लिखा कि 'कुबेरेश्वर धाम प्रांगण पर गैर हिंदुओं का आना सख्त मना है'। विवादित पोस्ट का पता चलते ही एक वर्ग विशेष के लोग पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।(mp news)
कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham) पर जगह-जगह लगाए गए विवादित बैनर पर सकल हिन्दू समाज और विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल को निवेदनकर्ता बताया गया है। हालांकि, संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वे इस तरह की हरकत के पक्ष में नहीं हैं। कार्यकर्ताओं ने ऑटो चालकों के विवाद (auto drivers dispute) के चलते ऐसे बैनर लगा दिए, बैनर हटवा दिए हैं। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी कई बार अपने विवादित बयानों को लेकर विरोध झेल चुके हैं, इस बार उनके आश्रम पर विवादित पोस्टर लगने को लेकर चर्चा है।
जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित चितावलियाहेमा में बने कुबेरेश्वर धाम पर रोज दो से पांच हजार श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। ज्यादातर श्रद्धालु बाहर के होते हैं। कुछ बस, ट्रेन से तो कुछ निजी साधन से आते हैं। रेलवे स्टेशन और भोपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु ऑटो से सफर कर कुबेरेश्वर धाम पहुंचते हैं।
भोपाल से सीहोर कुबेरेश्वर धाम आवाजाही करने वाले ज्यादातर ऑटो चालक एक वर्ग विशेष से हैं, जिन्हें लेकर लोकल के ऑटो चालकों की यह शिकायत रहती है कि यह सवारियों से झूठ बोलकर ज्यादा किराया वसूल करते हैं, जिससे श्रद्धालु परेशान होते हैं और ऑटो चालकों की छवि खराब होती है। इसी विवाद के चलते कुछ लोगों ने कुबेरेश्वर धाम पर विवादित बैनर लगा दिए, जिससे मामला गर्म हो गया। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही इन्हें हटा लिया गया है। इस मामले में कुबेरेश्वर धाम की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।(mp news)