दो आरोपियों से 21 लाख रुपए का माल जब्त, तीन थानों की संयुक्त कार्रवाई
सिवनी. जिले के विभिन्न थानों में हुई 37 चोरी का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार कर उनके पास से नकद एवं लाखों रुपए का सामान जब्त किया है। एएसपी जीडी शर्मा ने बताया कि चोरी की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अनुविभागीय अधिकारी पुलिस ललित गठरे के मार्गदर्शन पर थाना बरघाट, डूंडासिवनी, अरी पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई। अरी पुलिस ने संदेश के आधार पर पूर्व में आरोपी गंगेरूआ निवासी जय बागमारे को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिसमें उसने अपने साथी कपिल रंगारे, दीपक रंगारे के साथ चोरी की वारदात करना स्वीकार किया। पुलिस ने जय को न्यायालय में पेश किया था। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई। कई जगह छापेमारी के बाद दो अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वे अपने शौख पूरे करने एवं पुराने केस में बरी होने के लिए पैसों की जरूरत के चलते चोरी करते थे। बरघाट थाना में 20 जगह, अरी थाना के पांच स्थानों, थाना डूंडासिवनी के छह स्थानों, थाना केवलारी चौकी पलारी क्षेत्र के तीन स्थानों पर, थाना कोतवाली में एक स्थान एवं थाना लखनवाड़ा में दो स्थानों पर नगदी, सोना-चांदी सहित अन्य सामान चोरी करना स्वीकार किया।
चोरी के सामान से खेलते थे जुआ
पुलिस ने बताया कि आरोपी चोरी किए हुए सोने-चांदी, बाइक सहित अन्य सामान के साथ जुआ खेलते थे। इनसे जो पैसा मिलता था उससे वे महंगे शौख और अन्य काम में इस्तेमाल करते थे।
आरोपियों से यह सामान बरामद
पुलिस ने बरघाट के खारी निवासी कपिल पिता बालकदास रंगारे(26) एवं नागपुर के जरीपटका निवासी दीपक पिता जिवेन्द्र रंगारे(27) को गिरफ्तार कर उनके पास से लगभग एक लाख रुपए नकद, दो कार, तीन बाइक, एक लैपटॉप, तीन मोबाइल सहित अन्य सामान सहित 21 लाख 57 हजार रुपए का सामान जब्त किया।
आरोपियों पर पूर्व में कई प्रकरण दर्ज
एएसपी ने बताया कि आरोपी कपिल पर सिवनी, बैतूल, जबलपुर सहित अन्य जिलों के थानों में लगभग एक दर्जन चोरी सहित अन्य मामले एवं दीपक पर एक मामला दर्ज है।
इनका रहा सराहनीय योगदान
चोरी का खुलासा करने में बरघाट निरीक्षक मोहनीश सिंह बैस, डूंडासिवनी निरीक्षक किशोर वामनकर, थाना प्रभारी अरी आशीष खोब्रागड़े, उनि सत्येन्द्र उपाध्याय, उनि फुंदूलाल उइके, सउनि बालकृष्ण तिरगाम, सउनि देवेन्द्र जायसवाल, सउनि शैलेष तिवारी, प्रआर अमर उइके सहित अन्य पुलिसकर्मी का सराहनीय योगदान रहा।