Tiger Reserve: मध्य प्रदेश के शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क को जल्द ही टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने जा रहा है। टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
Tiger Reserve: मध्य प्रदेश के शिवपुरी स्थित माधव नेशनल पार्क को जल्द ही टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने जा रहा है।रंगों के त्यौहार होली से पहले यानी 8 या 10 मार्च को सरकार द्वारा इस संबंध में आधिकारिक घोषणा की जाएगी। इसके साथ ही, राज्य सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन भी जारी किया जाएगा। टाइगर रिजर्व बनने के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
माधव नेशनल पार्क में टाइगर संरक्षण के प्रयासों को और मजबूत करने के लिए जल्द ही दो और बाघ लाए जा रहे हैं। ये बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व से लाए जाएंगे, जिनमें एक नर और एक मादा बाघ शामिल हैं। इससे पार्क में टाइगरों की संख्या बढ़कर सात हो जाएगी। वर्तमान में, यहां पांच टाइगर हैं, जिनमें से एक मादा टाइगर ने छह महीने पहले दो शावकों को जन्म दिया था।
पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के शामिल होने की संभावना है। इसके लिए प्रशासन और पार्क प्रबंधन युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है।
टाइगर रिजर्व बनने के बाद पार्क का क्षेत्रफल 1200 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ जाएगा। वर्तमान में यह 375 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसके लिए 13 गांवों को शामिल करने की प्रक्रिया जारी है, जिससे बफर जोन का विस्तार होगा। पार्क प्रशासन का प्रयास है कि टाइगर रिजर्व बनने के बाद पार्क के सभी गेट पर्यटकों के लिए खोले जाएं, जिससे वे बाघों को आसानी से देख सकें।
माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने से जिले में पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इससे स्थानीय होटल व्यवसाय, परिवहन और अन्य पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां बाघों को देखने आएंगे, जिससे सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा। पार्क प्रबंधन का कहना है कि 8 मार्च को पन्ना से दो टाइगर यहां लाए जाएंगे और सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। टाइगर रिजर्व बनने के बाद क्षेत्र में पर्यटन उद्योग तेजी से विकसित होगा।