Success Story : परिस्थितियां कितनी ही विपरीत हों, आर्थिक स्थिति ठीक न भी हो, लेकिन जब मन में लगन और मेहनत का जज्बा हो तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। इन बातों को साकार किया बदरवास वन परिक्षेत्र के बारईखेड़ा बीट में पदस्थ प्रदीप जाटव ने। आइये जानें उनकी सफलता की कहानी।
संजीव जाट की रिपोर्ट
Success Story : परिस्थितियां कितनी ही विपरीत हों, आर्थिक स्थिति ठीक न भी हो, लेकिन जब मन में लगन हो और मेहनत का जज्बा हो तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। इन बातों को साकार किया मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के अंतर्गत आने वाले बदरवास वन परिक्षेत्र के बारईखेड़ा बीट में पदस्थ प्रदीप जाटव ने, जो हाल ही में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 में घोषित हुए परिणाम के बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) के पद पर चयनित हुए हैं।
प्रदीप जाटव अपने 4 भाइयों में सबसे छोटे हैं, जिन्हें इनके पिता और भाइयों ने मेहनत करके पढ़ाया-लिखाया और सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाया।
ग्राम कूड़ाराई के रहने वाले प्रदीप के पिता के पास सिर्फ 8 बीघा जमीन है और प्रदीप जाटव समेत चार बेटे हैं। प्रदीप को बचपन से ही पढ़ाई में रुचि होने के साथ साथ अधिकारी बनने का ख्वाब था। पारिवारिक स्थिति अनुकूल न होने के बाद भी प्रदीप ने पढ़ाई कर फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी में सफलता पाई। इन्होंने इस नौकरी को अपनी सफलता का मुकाम नहीं माना और मेहनत से आगे की पढ़ाई और कॉम्प्टिशन की तैयारी नौकरी के साथ-साथ जारी रखी।
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में प्रदीप जाटव तैयारी के साथ शामिल हुए और जब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की मुख्य चयन परीक्षा का परिणाम आया तो उनका चयन वन परिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) के पद पर हो गया। प्रदीप ने वन रक्षक की नौकरी के साथ साथ विभिन्न तरीकों से अपनी तैयारी को जारी रखा, जिसमें समसामयिकी, नोट्स आदि की मदद ली।
जंगल और वन्यजीवों में रुचि रखने वाले रेंजर पद पर चयनित प्रदीप जाटव का कहना है कि, मैंने हार नहीं मानी और कठिन परिश्रम के साथ साथ बुलंद हौसले से तैयारी जारी रखी और इसका परिणाम ये रहा कि, मैं रेंजर के पद पर चयनित हो सका।