Fake Currency: यूपी के श्रावस्ती पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक नकली नोट छापने का कारखाना पकड़ा है। जो मदरसे के एक कमरे में चलता था। गिरोह के सरगना के पास पांच बीवियां हैं। जो अलग-अलग स्थान पर रहकर नकली नोट को बाजार में खपत करती हैं। खुलासा होने पर पुलिस भी सन्न रह गई।
Fake Currency: श्रावस्ती जिले के हरदत्त नगर गिरंट पुलिस को सूचना मिल रही थी। कि क्षेत्र में नकली नोटों का कारोबार हो रहा है। जो नकली नोट छाप कर छोटे-छोटे बाजार और कस्बा में इसकी खपत करते हैं। इनकी धर पकड़ के लिए अपर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में हरदत्त नगर गिरंट पुलिस व एसओजी तथा सर्विस लांस टीम को लगाया गया था। पुलिस ने इस मामले में नानपारा के रहने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उसके पास से कुछ नकली तथा असली नोट बरामद हुआ। उसकी निशान देही पर चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह का सरगना एक मदरसा का संचालक है। मदरसे के एक कमरे में नोट छापने का गोरख धंधा चलता था।
Fake Currency: श्रावस्ती जिले की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। हरदत्त नगर गिरंट पुलिस व एसओजी तथा सर्विस लांस टीम ने जब नानपारा के रहने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। तो उसकी निशान देही पर पुलिस ने मल्हीपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मन पुर स्थित एक मदरसा से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। जहां से एक प्रिंटर, दो लैपटाप, चार बोतल स्याही, 35,400 रुपये नकली नोट व 14500 रुपये असली नोट, एक 315 बोर तमंचा व कारतूस, एक कैंची, स्केल, एक कागज का तीन असली नोट चिपका फार्मा, एक बाइक व पांच मोबाइल बरामद हुआ है।
पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने बताया कि हरदत्त नगर गिरंट पुलिस को सूचना मिल रही थी। कि क्षेत्र में नकली नोट का कारखाना चल रहा है। एसपी ने इस कारोबार का भंडाफोड़ करने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण मेंहरदत्त नगर गिरंट पुलिस व एसओजी तथा सर्विस लांस टीम को लगाया गया था। टीम ने नानपारा के रहने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उसके पास से कुछ नकली तथा कुछ असली नोट बरामद हुए। उसकी निशान देही पर चार अन्य लोगों को उठाया गया। कुल मिलाकर पांच लोगों को पकड़ा गया। सभी के पास से कुछ ना कुछ असली और नकली नोट बरामद हुआ। फिर इन लोगों की निशान देही पर मल्हीपुर के लक्ष्मन स्थित मैनेजर को पकड़ा गया है।जहां से एक प्रिंटर, दो लैपटाप, चार बोतल स्याही, 35,400 रुपये नकली नोट व 14500 रुपये असली नोट, एक 315 बोर तमंचा व कारतूस, एक कैंची, स्केल, एक कागज का तीन असली नोट चिपका फार्मा, एक बाइक व पांच मोबाइल बरामद हुए। पुलिस के अनुसार एक साल से यह काम चल रहा था।
पुलिस के मुताबिक मदरसा का संचालक मुबारक अली उर्फ नूरी मल्हीपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मनपुर गंगापुर का रहने वाला है। यह गिरोह का सरगना है। इसके पांच बीवियां हैं। जो अलग-अलग स्थान पर रहकर जाली नोट के खपत करने का काम करती हैं। इसके अलावा पयागपुर थाना क्षेत्र के काशी जोत के रहने वाले जमील अहमद तथा विशेषनगंज थाना क्षेत्र के गांव सर्बदी के रहने वाले धर्मराज शुक्ला, तथा राम गांव थाना क्षेत्र के बेगमपुर के रहने वाले रामसेवक व सोनवा थाना क्षेत्र के गांव ककंधू के रहने वाले अवधेश कुमार पांडे शामिल हैं। इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।