Sitapur Injured Encounter: सीतापुर में मंगलवार तड़के पुलिस और इनामी लुटेरे के बीच मुठभेड़ हुई। 25 हजार के इनामी अपराधी श्रीचंद यादव उर्फ संजय के पैर में पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली लगी। घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस, नकदी, मोबाइल और कार बरामद हुई है।
Sitapur Encounter Update: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में मंगलवार तड़के पुलिस और इनामी लुटेरे के बीच मुठभेड़ हुई। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी के बाएं पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। पकड़े गए लुटेरे की पहचान श्रीचंद यादव उर्फ संजय, निवासी राजापुर इसरौली (थानगांव), के रूप में हुई है। उस पर ₹25,000 का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में पुलिस ने आरोपी के पास से एक तमंचा, तीन जिंदा कारतूस, दो खोखा कारतूस, ₹3,480 नकद, एक हुंडई कार और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। आरोपी पर सदरपुर थाना क्षेत्र में दो दिन पहले हुई लूट में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रविवार को सदरपुर थाना क्षेत्र के रुसहन नहर पुल के पास एक लूट की वारदात हुई थी। अज्ञात बदमाशों ने एक व्यक्ति से नकदी और मोबाइल छीन लिया था। घटना के बाद से पुलिस आरोपी की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी। मुखबिर से सूचना मिली कि घटना में शामिल आरोपी श्रीचंद यादव नहर पटरी की ओर भागने की फिराक में है। इस सूचना पर सीओ महमूदाबाद वेद प्रकाश श्रीवास्तव के नेतृत्व में सदरपुर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने नहर पटरी पर घेराबंदी की।
मंगलवार की तड़के करीब 4:30 बजे पुलिस टीम ने मीरनगर और बढ़निया के बीच नहर पटरी पर एक संदिग्ध कार को रोकने का इशारा किया। पुलिस को देखते ही आरोपी ने कार की स्पीड बढ़ा दी और फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। कुछ ही देर में आरोपी की कार फिसलकर रुक गई और गोली लगने से वह घायल होकर गिर पड़ा। पुलिस ने मौके से उसे दबोच लिया। घायल अवस्था में आरोपी को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
सीओ महमूदाबाद वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की थी। आरोपी ने रोकने के संकेत पर पुलिस पर फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें उसके बाएं पैर में गोली लगी। उसे गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि लुटेरे के आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है। आरोपी के खिलाफ कई थानों में लूट, चोरी और अवैध हथियार रखने के मुकदमे दर्ज होने की संभावना है।
आरोपी श्रीचंद यादव उर्फ संजय पुलिस की नजर में नया चेहरा नहीं है। थानगांव और आस-पास के क्षेत्रों में यह लूट और वाहन चोरी की कई घटनाओं में शामिल रहा है। पुलिस ने बताया कि उस पर पहले भी कई संगीन मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। लूट की बढ़ती वारदातों के चलते पुलिस अधीक्षक सीतापुर ने इस आरोपी पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया था। टीम को सूचना थी कि वह अपने पुराने ठिकानों पर लौट सकता है। सोमवार देर रात से ही पुलिस टीम सतर्क थी और नहर पटरी पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था।
इन बरामद वस्तुओं की जांच की जा रही है कि क्या इनमें से कुछ चोरी की वारदातों से संबंधित हैं। कार के रजिस्ट्रेशन नंबर की भी पुष्टि की जा रही है।
मुठभेड़ में घायल होने के बाद आरोपी को सीतापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि गोली उसके बाएं पैर के नीचे के हिस्से में लगी है, जिससे ज्यादा खून बहा, लेकिन खतरे से बाहर है। इलाज के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। पुलिस टीम को इस सफल कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने बधाई दी है।
सुबह मुठभेड़ की खबर फैलते ही आसपास के ग्रामीणों में हलचल मच गई। लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। पुलिस ने मौके पर फोर्स तैनात कर भीड़ को हटाया। आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने तड़के गोली चलने की आवाजें सुनी थीं। स्थानीय निवासी रामदयाल सिंह ने बताया कि हम लोग खेतों में काम की तैयारी कर रहे थे तभी फायरिंग की आवाज आई। कुछ देर में पुलिस की गाड़ियां दौड़ती दिखीं। बाद में पता चला कि कोई लुटेरा पकड़ा गया है।”
सीतापुर के पुलिस अधीक्षक (SP) ने बताया कि मुठभेड़ में घायल अपराधी को पकड़ लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस अपराधी ने हाल ही में सदरपुर क्षेत्र में लूट की वारदात की थी। हमारी टीम लगातार दबिश दे रही थी। अब इसकी गिरफ्तारी से अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी। एसपी ने यह भी कहा कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक आरोपी का नाम थानगांव, महमूदाबाद और सदरपुर थाना क्षेत्रों में दर्ज कई पुराने मामलों से जुड़ा है। पुलिस उसकी पूरी आपराधिक फाइल खंगाल रही है। यह भी जांच की जा रही है कि क्या हाल ही में हुई अन्य लूट घटनाओं में इसका हाथ है। एसओजी टीम आरोपी से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसके साथ और कौन लोग शामिल थे और लूटे गए पैसों का क्या किया गया।
स्थानीय पुलिस का मानना है कि हाल के दिनों में सदरपुर थाना क्षेत्र की नहर पटरी अपराधियों के छिपने का नया अड्डा बन गई है। यहां घने पेड़-पौधे और सुनसान रास्ते होने के कारण अपराधी आसानी से छिप जाते हैं। पुलिस ने कहा कि आने वाले दिनों में इस इलाके में गश्त और चेकिंग बढ़ाई जाएगी।