गहलोत सरकार की तरफ से अनूपगढ़ को जिला घोषित किया गया था, लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही अनूपगढ़ के जिले का दर्जा निरस्त कर दिया। अब सरकार ने कस्बे को तोहफा दिया है।
अनूपगढ़। राजस्थान सरकार की बजट घोषणा में अनूपगढ़ को जिला परिवहन कार्यालय की घोषणा के बाद वाहन पंजीयन के लिए नया कोड आरजे-62 जारी कर दिया गया है। इसके लिए सरकार ने 17 अप्रेल को अधिसूचना जारी कर दी। अनूपगढ़ के अलावा डीग के लिए आरजे-63 और खेरथल-तिजारा के लिए आरजे-64 कोड तय किए गए हैं। ऐसे में अब जल्द अनूपगढ़ के लोगों को जिला परिवहन कार्यालय की सेवाएं मिल सकेंगी।
गौरतलब है कि जिला परिवहन कार्यालय के लिए सरकार की तरफ से कुछ दिनों पूर्व कुल 20 नए पदों की दी स्वीकृति दी थी। इन पदों में जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) सहित चार परिवहन निरीक्षक, चार परिवहन उप निरीक्षक, एक लेखाकार, एक सूचना सहायक, दो वरिष्ठ सहायक, चार कनिष्ठ सहायक, चार वाहन चालक (संविदा/राजपत्रित) और दो सहायक कर्मचारी (राजपत्रित) के पद स्वीकृत किए गए थे।
इसके अलावा 12 गाड़ियों के संचालन के लिए 6 ड्राइवर और 6 गार्ड्स को भी नियुक्त किया गया था। इससे प्रतीत होता है कि बजट में की गई यह घोषणा जल्द मूर्त रूप लेगी। परिवहन कार्यालय खुलने से आम नागरिकों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने और उसके नवीनीकरण की प्रक्रिया अब अधिक सहज होगी। नए वाहनों के पंजीकरण में तेजी आएगी। वाहन फिटनेस प्रमाण पत्र की जांच भी तेज और व्यवस्थित होगी।
गौरतलब है कि गत कांग्रेस सरकार की तरफ से अनूपगढ़ को जिला घोषित किया गया था, लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही अनूपगढ़ के जिले का दर्जा निरस्त कर दिया। हालांकि इससे पूर्व भजनलाल सरकार की तरफ से अनूपगढ़ में एक कन्या महाविद्यालय की घोषणा की गई। वहीं अनूपगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को जिला अस्पताल में क्रमोन्नत करने सहित अन्य घोषणा की। इसी दौरान जिले के समीक्षा के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अनूपगढ़ के जिले का दर्जा निरस्त कर दिया गया था।
इस घोषणा के अनुरूप महज कन्या महाविद्यालय का संचालन शुरू किया गया है। उसके लिए भी अभी नई बिल्डिंग नहीं बनी है। सेठ बिहारी लाल छाबड़ा राजकीय महाविद्यालय में ही कन्या महाविद्यालय का संचालन हो रहा है। जिला निरस्त होने के बाद लोगों में भाजपा सरकार के प्रति रोष था, जिसे कम करने के लिए सरकार की तरफ से बजट को जिला परिवहन कार्यालय, फूड एग्रो पार्क, ऑडिटोरियम सहित कई अन्य सौगात की घोषणा की गई। हालांकि देखना होगा की इससे लोगों को रोष कम होता है या नहीं।
घोषणा के अनुरूप उपखंड अधिकारी की तरफ से जिला परिवहन कार्यालय के लिए बांडा कॉलोनी के पास कृषि भूमि की 10 बीघा जगह तथा फूड एग्रो पार्क के लिए धांधडा के पास जगह का चयन कर प्रस्ताव भिजवाया गया है। हालांकि इन प्रस्तावों पर अभी तक कोई मोहर नहीं लगी है। लोगों को अभी भी अस्पताल को जिला अस्पताल की सेवाओं के रूप में विस्तार होने का इंतजार है।