- यूआईटी ने शुरू की कवायद, आठ से दस बीघा भूमि रोडवेज को देने को तैयार
श्रीगंगानगर. सब कुछ ठीक ठाक रहा तो केन्द्रीय बस स्टैंड सूरतगढ़ बाइपास पर शिफ्ट हो जाएगा। इसके लिए नगर विकास न्यास प्रशासन ने कवायद भी शुरू कर दी है, हालांकि इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है। न्यास ने सूरतगढ़ बाइपास पर आठ से दस बीघा भूमि बस स्टैंड के निर्माण के लिए निशुल्क उपलब्ध करवा सकती है। बस स्टैंड शिफ़ट करने की मंशा शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने की है। कोडा चौक से लेकर उधमसिंह चौक चौक तक बसों की आवाजाही अधिक रहती है। वहीं प्राइवेट बस ऑपरेटरों और लोक परिवहन बसों को भी सूरतगढ़ बाइपास शिफ़्ट कराने का प्रयास किया जा रहा है। न्यास प्रशासन की माने तो राजस्थान रोडवेज के अधिकारियों के साथ सरकार लेवल वार्ता होने के बाद इस प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा सकता है। राजस्थान रोडवेज के स्तर पर बस स्टैंड को शिफ़ट करना पेचीदा प्रक्रिया है लेकिन निशुल्क भूमि मिलने के प्रस्ताव से रोडवेज मुख्यालय अपनी सहमति दे सकता है। ऐसे में पूरी प्रक्रिया को अभी प्रारभिंक स्तर पर रखा जा रहा है।
विरोध होने का ज्यादा आसार
करीब 35 साल पहले केन्द्रीय बस स्टैंड को शहर से बाहर शिफ़ट करने का प्रस्ताव तैयार किया गया था तब शहर के विभिन्न संगठनों ने विरोध करते हुए जिला प्रशासन के समक्ष ज्ञापन देने का दौर शुरू कर दिया। ऐसे में बस स्टैंड को शिफ़ट करने के प्रस्ताव की फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया लेकिन अब सूरतगढ़ मार्ग पर प्राइवेट कॉलोनियों की भरमार के बाद वहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जरूरत होने लगी है।
इसलिए यहां अधिक उपयुक्त स्थान
न्यास के अधिकारियों की माने तो सूरतगढ़ बाइपास सबसे उपयुक्त स्थान है। यहां से पदमपुर मार्ग, हनुमानगढ़ मार्ग और सूरतगढ़ मार्ग तीनों रुटों पर बसों की आवाजाही आसान रहेगी। सूरतगढ़ बाइपास पर रोडवेज के अलावा प्राइवेट बसों और लोक परिवहन बसों की आवाजाही भी होने से शहरहित में फायदा हो सकेगा। लेकिन दूसरा पहलू भी यह है कि बाइपास से बसों की आवाजाही होने से लोगों को सूरतगढ़ बाइपास तक टैम्पों जैसे वाहनों पर ज्यादा निर्भर रहना होगा।
सचिव बोले, प्रारंभिक अवस्था में यह प्रस्ताव
नगर विकास न्यास सचिव अशोक कुमार असीजा ने बताया कि बस स्टैंड को शिफ़ट करने की प्रक्रिया पेचीदा है। हालांकि इस पर उच्चाधिकारियेां से बात हुई है, यह प्रस्ताव अभी प्रारभिंक अवस्था में है। यह सही है कि शहर हित में बस स्टैंड के शिफ़्ट होने से यातायात व्यवस्था में अधिक सुधार आ सकता है।