श्रीगंगानगर जिले के रामलीला मैदान में 2 अक्टूबर को विजयादशमी (दशहरा) का महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस बार रावण परिवार के पुतलों में कई तरह के नवाचार किए गए हैं।
श्रीगंगानगर। श्री सनातन धर्म महावीर दल मंदिर समिति की ओर से दो अक्टूबर को दोपहर तीन बजे से रामलीला मैदान में धूमधाम से विजयादशमी महोत्सव मनाया जाएगा। समिति के मंत्री सीताराम शेरेवाला ने बताया कि इस बार रावण का पुतला 70 फीट ऊंचा बनाया गया है। वहीं कुंभकर्ण 65 फीट और मेघनाथ का पुतला 60 फीट ऊंचा बनाकर इनमें आतिशबाजी भरी गई है।
रावण की आंखों से अंगारों का बरसना और उसकी नाभि में आकर्षक चक्र का चलना आयोजन का विशेष आकर्षण होगा। मेघनाथ का सिर चारों दिशाओं में घूमता हुआ नजर आएगा और कुम्भकर्ण अट्टहास करेगा।
कार्यक्रम संयोजक रामगोपाल पांडूसरियां ने बताया कि पुतलों के दहन से पहले रामलीला मैदान में राम और रावण दल के बीच युद्ध होगा। ध्वज पूजन के बाद लंकापति रावण की पूजा की जाएगी। इसके उपरांत हनुमान जी लंका दहन करेंगे। अंत में भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण मेघनाथ और भगवान श्रीराम कुम्भकर्ण और रावण के पुतलों का दहन करेंगे।
बुधवार रात तक रावण परिवार के पुतले रामलीला मैदान में खड़े करने की व्यवस्था की जाएगी। पांडूसरिया ने बताया कि दर्शकों के मनोरंजन के लिए रंगीन आतिशबाजी का भी प्रबंध किया गया है। इसके अलावा भोला पंछी अंतरराष्ट्रीय भंगड़ा ग्रुप के कलाकारों की ओर से भंगड़ा, गिद्धा सहित विभिन्न प्रकार के सभ्याचारक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे।