Rajasthan Crime: आखिर ढाई माह बाद कोतवाली पुलिस ने कॉलोनाइजर आशीष गुप्ता पर हुई फायरिंग के मामले में एक और अहम सूत्रधार को गिरफ्तार किया है। इस मामले में गैंगस्टर रोहित गोदारा ने अपने दोस्त कालिया को किसी की हत्या के लिए शार्प शूटर उपलब्ध कराने का जिम्मा दिया था।
Rajasthan Crime: श्रीगंगानगर. आखिर ढाई माह बाद कोतवाली पुलिस ने कॉलोनाइजर आशीष गुप्ता पर हुई फायरिंग के मामले में एक और अहम सूत्रधार को गिरफ्तार किया है। इस कॉलोनाइजर पर फायरिंग की बजाय उसकी हत्या करने की ही साजिश रची गई थी। इस मामले में गैंगस्टर रोहित गोदारा ने हर किरदार को उसका रोल निभाने के लिए इस्तेमाल किया। उसने अपने दोस्त झुंझूनूं जिले के पथाना गांव निवासी मनोज उर्फ कालिया को किसी की हत्या के लिए शार्प शूटर उपलब्ध कराने का जिम्मा दिया था।
जांच अधिकारी कोतवाली सीआई पृथ्वीपाल सिंह ने बताया कि गोदारा के दोस्त मनोज उर्फ कालिया ने अपने दोस्त हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले के शूटर राहुल कुमार और रोहित कुमार शर्मा को सुखाड़िया नगर निवासी कॉलोनाइजर आशीष गुप्ता को मारने के लिए सुपारी दी थी।
राहुल और रोहित कुमार ने पहले गुप्ता की रैकी की और योजनाबद्ध तरीके से 17 जून को बसंती चौक के पास स्थित एक जिम के बाहर कॉलोनाइजर गुप्ता पर इन शूटरों ने फायरिंग की, लेकिन गुप्ता किसी तरह बच गया।
जांच अधिकारी ने बताया कि मनोज को अदालत में पेश कर तीन दिन का रिमांड हासिल किया है। सीआई ने बताया कि आरोपी मनोज उर्फ कालिया के खिलाफ झुंझूनूं व जयपुर में पूर्व में करीब 13 मामले दर्ज हैं।
इस आरोपी से पहले पांच युवकों को पुलिस काबू कर चुकी है। आरोपी मनोज उर्फ कालिया बीकानेर जेल में बंद था। पुलिस ने फायरिंग करने वालों को कार में बिठा कर ले जाने में सहयोग करने वाले कार मालिक कोटकपुरा निवासी पुरुषोत्तम सिंह को घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद फायरिंग करने वालों को सुपारी की रकम उपलब्ध करवाने वाले चूरू जिले के गांव खेजड़ा निवासी गिरधारीलाल उर्फ विकास, गैंग के सक्रिय सदस्य प्रवीण सिंह जोड़ी और रतनगढ़ क्षेत्र के गांव लदासर निवासी महीपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।