Rajasthan 4th Grade Exam: राजस्थान में चल रही चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा में पहले दिन श्रीगंगानगर जिले में 19 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए। दो दिन अभी और परीक्षा चलेगी।
श्रीगंगानगर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की चतुर्थ श्रेणी सीधी भर्ती परीक्षा का आगाज शुक्रवार को हुआ। तीन दिवसीय परीक्षा के लिए जिले में 29 केन्द्र बनाए गए हैं। पहले दिन 19 हजार से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे। पहली पारी में 11328 में से 9514 परीक्षार्थी हाजिर रहे। वहीं दूसरी पारी में 11328 में से 9518 परीक्षार्थी आए।
परीक्षार्थियों में बीटेक, एमटेक, एमएससी, नेट क्लीयर, एलएलबी, बीएड जैसे उच्च डिग्री होल्डर्स भी शामिल रहे।
हनुमानगढ़ निवासी हर्ष ने कहा एमएससी और बीएड की डिग्री लेने के बावजूद रोजगार नहीं मिला। परिवार पालने की मजबूरी और लगातार मिल रही हताशा को देखते हुए यह चतुर्थ श्रेणी कार्मिक बनने को तैयार हो गया हूं। सादुलशहर की रेखा ने कहा कि बीएड करने के बाद उम्मीद थी कि टीचर बन जाऊंगी, लेकिन कठिन हो रही प्रतियोगी परीक्षा में वह पिछड़ गई।
रावतसर के हरीश कुमार का कहना था कि सरकारी नौकरी का अपना रुतबा है, पद चाहे छोटा हो या बड़ा कोई फर्क नहीं पड़ता। सूरतगढ़ के सुभाष कुमार का भी मानना था कि विधि स्नातक के बाद परिवार पालने की मजबूरी अड़चन बन गई। प्राइवेट सेक्टर में दस हजार मासिक वेतन से ज्यादा नहीं मिल रहा था। ऐसे में चतुर्थ श्रेणी कार्मिक बनने को तैयार हो गया हूं।
परीक्षा केन्द्रों के बाहर सुबह से लेकर शाम तक परीक्षार्थी और परिजनों की आवाजाही बनी रही। एक घंटे पहले परीक्षा केन्द्रों पर एंट्री बंद होने की बाध्यता को देखते हुए परीक्षार्थी और उनके परिजन अलसबेरे ही आ जमे। परीक्षा केन्द्र के बाहर मोबाइल, बैग और बाइक रखने के एवज में अस्थायी दुकानदार दस से बीस रुपए की वसूली करते नजर आए।
नकल रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से गठित उड़न दस्तों ने चैकिंग की। जिला प्रशासन की ओर से परीक्षा केन्द्रों के बाहर विशेष नोटिस चस्पा किया गया था। इसमें परीक्षा में अनुचित साधनों के प्रयोग पर अभ्यर्थी को 10 लाख से 10 करोड़ तक के जुर्माने व 10 वर्ष से कारावास तक की सजा भुगतने का जिक्र था।
परीक्षा के बाद बस स्टैंड पर ज्यादा भीड़ नजर आई। परीक्षा समाप्ति के बाद परीक्षार्थी अपने घरों को लौटने के लिए बसों में रवाना हुए। बस स्टैंड पर दोपहर और शाम के समय अधिक भीड़ नजर आई।
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