श्रीगंगानगर जिले में जबरन धर्मांतरण का मामला सामने आया है। शादी का झांसा देकर युवक को ईसाई बनाया गया। एफएमपीबी संगठन से जुड़े पौलश बारजो समेत 2 हिरासत में हैं। रजिस्टर में 450 से अधिक धर्मांतरण के नाम भी मिले हैं।
अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर): प्रदेश में धर्मांतरण रोकने के लिए पिछले सप्ताह राजस्थान विधानसभा ने विधेयक पारित किया। इसी बीच मंगलवार को अनूपगढ़ में शादी करवाने का झांसा देकर युवक का जबरन धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया। पुलिस ने मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया।
उधर, जानकारी में आया है कि आरोपियों के पास मौजूद एक रजिस्टर में 450 से अधिक उन लोगों के नाम हैं, जिनका धर्मांतरण करवाया जा चुका है। अनूपगढ़ निवासी पीड़ित संदीप कुम्हार ने शिकायत दी कि एक महीने पहले शादी के सिलसिले में उसकी मुलाकात आर्यन कुम्हार और उसके पिता विनोद से हुई। उन्होंने उसे ईसाई संगठन फ्रेंड्स मिशनरी प्रेयर बैंड के क्षेत्र प्रभारी पौलश बारजो से मिलवाया था।
संदीप ने बताया कि पौलश ने उसे नहर पर ले जाकर कलावा और लॉकेट तोड़ दिया। उसके सिर पर हाथ रख प्रार्थना की, पानी में डुबकी लगवाकर कहा कि अब तुम ईसाई हो। घटना के बाद वह कई दिन सदमे में रहा। पुलिस आर्यन और पौलश बारजो से पूछताछ कर रही है।
अनूपगढ़ में धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी पौलश बारजो मूल रूप से झारखंड के कटिंगगेल गांव का रहने वाला है। वह साल 1995 में हिंदू से ईसाई बना और 2003 में चेन्नई स्थित एफएमपीबी संगठन से जुड़ गया। इंटरव्यू और झांसी में ट्रेनिंग के बाद उसे पहले सीकर और फिर अनूपगढ़ भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक, संगठन की ओर से उसे हर साल 20 लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का टारगेट दिया गया था। इसके बदले उसे नौ हजार रुपए वेतन और किराया, खाना, सत्संग, बच्चों की पढ़ाई समेत अन्य खर्चों की सुविधा मिलती थी। अब तक वह 454 हिंदुओं का धर्मांतरण कर चुका है।
धर्मांतरण के लिए वह गरीब, बीमार और असहाय परिवारों को टारगेट करता था। इस काम में उसके साथ श्यामलाल और सुरजीत नामक दो लोग भी शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों ने अनूपगढ़ व आसपास के गांवों में सहयोगी तैयार कर रखे हैं, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। चर्च निर्माण के लिए संगठन की ओर से जमीन खरीदी गई है। इसमें विनोद कुमार ने 3.5 लाख रुपए का योगदान भी दिया।
विश्व हिंदू परिषद ने आरोप लगाया कि आरोपी हिंदू देवी-देवताओं के लिए निंदनीय शब्दों का प्रयोग करते हैं। जिलामंत्री कृष्ण राव ने कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, संदीप नामक युवक ने साहस दिखाते हुए इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज करवाई है।