- सरकारी रिकार्ड में डेगूं रोगियों की संख्या 36 पहुंची, प्राइवेट क्लीनिक में एक सौ पार
श्रीगंगानगर. बारिश, बादल छाने और अब तेज धूप का साइड इफेक्ट अब तेजी से वायरल फीवर और डेंगूं के रूप में आने लगा है। मच्छरों की भरमार से ऐसे रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिले में सरकारी रिकार्ड के अनुसार अब तक डेंगूं के 36 रोगी, मलेरिया के सात रोगी और स्क्रब टाईफस का एक रोगी सामने आया है। जबकि प्राइवेट क्लीनिक व लैब से डेंगूं रोगियों की संख्या एक सौ पार हो चुकी है। इधर, जिला चिकित्सालय में भी डेंगू पॉजिटिव और वायरल बुखार के रोगियों में प्लेटलेट्स की कमी आने लगी है। जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजिशयन चिकित्सक डा. पवन सैनी का कहना है कि एलाइजा रिपोर्ट में डेगूं के ज्यादातर नगेटिव है लेकिन एनएस-1 रिपोर्ट कराने से डेगूं पॉजीटिव आ रहा है। ओपीडी में हर 10 में से 6 रोगी वायरल बुखार से पीड़ित हैं। सामान्य वायरल में बुखार दिन में एक या दो बार आता था, लेकिन इस बार इलाज के बावजूद वायरल फीवर बार बार रिपीट भी हो रहा है। गंभीर मरीजों को भर्ती तक करना पड़ रहा है। वहीं बच्चों में भी वायरल बुखार का प्रकोप बनाने लगा है। इधर, निजी क्लीनिक में भी रोगियों की लंबी कतारें लगने लगी है। चिकित्सकों की माने तो मौसम में आए बदलाव की वजह से वायरल से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे और बुजुर्ग हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों में संक्रमण तेजी से फैल सकता है। ऐसे में बुखार से पीड़ित बच्चों को अधिक सावधान रहने की जरुरत है।
चिकित्सा विभाग अलर्ट: एंटी लार्वा का कराया सर्वे
सीएमएचओ डा. अजय सिंगला ने बताया कि चिकित्सा संस्थानों में टीमों का गठन कर दैनिक घरों का सर्वे कर एन्टी लार्वा एक्टिविटी की जा रही है। जिले में 9 ब्लॉक एवं 5 युपीएचसी में कुल 66 डीबीसी वर्कर की ओर से एंटी लार्वा गतिविधियों का कार्य करवाया जा रहा है। इस माह 534 सर्वे टीमों ने 302 घरों में लार्वा पाया और उसे नष्ट करवा दिया। सर्वे के दौरान 136537 स्थानों में टैमीफोस एवं 12332 स्थानों में एमएलओ डाला गया। वहीं 2418 बुखार के रोगियों की स्लाईड बनाई गई । नियंत्रण के संबंध में डेंगु के 4507 रैपिड व एलाइजा सैम्पल लिए गए है।