Government Schools: राजधानी में वायु की गुणवत्ता को देखते हुए ग्रैप 4 का पालन सख्ती से करने के लिए निर्देश दिया गया है। इसके तहत नर्सरी से 11वीं तक बच्चों को घर से पढ़ाई करने की आजादी मिल गई है। इसके अलावा 10वीं और 12वीं के बच्चों को स्कूल जाना होगा।
Government Schools: दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा प्रदूषण होने की वजह से बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को ऑनलाइन और हाइब्रिड मोड पर चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत अब 5वीं तक के बच्चे घर से ही ऑनलाइन क्लास लेंगे और 6 से 11वीं के सभी बच्चों को स्कूल जाने की आवश्यकता नहीं होगी। दरअसल, राजधानी समेत एनसीआर के सभी क्षेत्रों में ग्रैप 4 नियम लागू किया गया है। इसका कारण है कि फिर से यहां पर वायु प्रदूषण खतरनाक लेवल से ऊपर पहुंच गया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स 480 या उससे ऊपर जाने के बाद हवा को बेहद खतरनाक और दूषित माना जाता है। मौजूदा समय की बात करें तो दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण विकराल रूप ले चुका है। इसीलिए अब ग्रैप-4 का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है। इसके तहत दिल्ली समेत गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी ऑनलाइन और हाइब्रिड सिस्टम से स्कूल चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
राष्ट्रीय राजधानीमें ग्रैप 4 लागू होने के बाद से दिल्ली समेत गाजियाबाद, नोएडा में शिक्षा निदेशालय की तरफ से सभी सरकारी स्कूलों, मान्यता प्राप्त स्कूल और प्राइवेट स्कूलों को भी निर्देश जारी किया गया है। जिसमें साफ हिदायत दी गई है कि नर्सरी से 5वीं तक बच्चों को पूरी तरह से ऑनलाइन ही पढ़ाई कराई जाए। वहीं, 6 से 10वीं के बच्चों के लिए हाइब्रिड सिस्टम अपनाया जाए। हाइब्रिड सिस्टम के तहत सभी स्कूल अपने हिसाब से ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से क्लासेस चला सकते हैं, लेकिन 10वीं और 12वीं के बच्चों को हाइब्रिड मोड से दूर इसलिए रखा गया है, क्योंकि उनकी बोर्ड परीक्षा होने वाली है।
स्कूलों में ऑनलाइन-ऑफलाइन उपस्थिति के साथ बच्चों के अभिभावकों को भी हेल्थ दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत अब हाइब्रिड मोड के अंतर्गत स्कूल जाने वाले बच्चों को मास्क लगाना जरूरी है। इसके साथ ही सभी स्कूलों से कहा गया है कि छात्रों का होमवर्क ऑनलाइन ही दिया जाए। ताकि उनके सिलेबस में कोई फर्क न पड़े। इन आदेशों का पालन करने की तारीख 15 दिसंबर तय गई थी, लेकिन मौसम और प्रदूषण में सुधार न होने के चलते इसे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
बढ़ते हुए प्रदूषण की चपेट में सबसे ज्यादा दिल्ली के आनंद विहार, चांदनी चौक, पंजाबी बाग, मुंडका, आईटीओ से लेकर पालम एयरपोर्ट जैसे इलाके हैं। यहां पर अभी भी वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दिख रहा है। बता दें कि इन इलाकों में AQI लेवल 450 से 500 के बीच बना हुआ है। वहीं, नोएडा की बात करें तो सुबह AQI 454 था और गाजियाबाद में यह 464 तक पहुंच गया है। इन आंकड़ों को देखने के बाद से ही दिल्ली और एनसीआर में ग्रैप 4 के सभी नियमों को सख्ती से पालन कराया जा रहा है।