सुल्तानपुर में कोर्ट के फैसले से पहले हिस्ट्रीशीटर ने अपने सीने में गोली मारकर जान दे दी। सुबह गोली की आवाज से गांव दहल गया। दरवाजा तोड़ा गया तो खून से लथपथ लाश बिस्तर पर मिली। आखिर किस डर ने ली उसकी जान? पढ़िए पूरी कहानी।
सुल्तानपुर जिले में शनिवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई। जब एक हिस्ट्रीशीटर युवक ने अपने घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना कूरेभार थाना क्षेत्र के गलिबहा गांव की है। मृतक की पहचान 35 वर्षीय दुर्गेश सिंह उर्फ मोनू के रूप में हुई है। जो सुल्तानपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है।
आसपास के लोगों के मुताबिक सुबह करीब आठ बजे अचानक गोली चलने की आवाज आई। पड़ोसी मौके पर पहुंचे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर दुर्गेश का शव खून से लथपथ हालत में बिस्तर पर पड़ा मिला। फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत एकत्र किए और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार दुर्गेश दो दिन पहले ही अपने गांव लौटा था। वह गांव में दो कमरों के मकान में अकेला रहता था। जबकि उसके माता-पिता अलग रहते हैं। दुर्गेश अविवाहित था और किसी दूसरे शहर में रहकर निजी नौकरी करता था। परिवार के अनुसार, वह तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था।
पुलिस जांच में पता चला कि वर्ष 2008 में कादीपुर LIC दफ्तर में करोड़ों रुपये की लूट की वारदात हुई थी। जिसमें दुर्गेश का नाम सामने आया था। उसी मामले में हिस्ट्रीशीटर पर कार्रवाई की गई थी। बताया जा रहा है कि 29 अक्टूबर को केस की सुनवाई हुई थी। और 5 नवंबर को कोर्ट का फैसला आने वाला था। कयास लगाया जा रहा है कि सजा की आशंका से दबाव में आकर दुर्गेश ने यह खौफनाक कदम उठाया।
बल्दीराय के सीओ आशुतोष कुमार ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि युवक ने सीने में गोली मारकर आत्महत्या की। मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।