Huge road accident: अंबिकापुर-बनारस मार्ग पर भटगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कपसरा के पास डीजल टैंकर ने मां-बेटे को कुचल डाला, बेटे की मौके पर ही हुई मौत, मां ने अस्पताल में तोड़ा दम
जरही। सूरजपुर जिला अंतर्गत अंबिकापुर-बनारस मुख्य मार्ग पर कपसरा के पास बुधवार की देर शाम 7 बजे डीजल टैंकर की टक्कर से स्कूटी सवार मां-बेटे की मौत (Huge road accident) हो गई। दरअसल मां अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ स्कूटी पर सवार होकर जरही से घर लौट रही थी। इसी दौरान टैंकर ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मां ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मामले में भटगांव पुलिस ने टैंकर चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
सूरजपुर जिले के नगर पंचायत जरही में सफाई कर्मी का कार्य करने वाली उर्मिला सारथी उम्र 35 वर्ष अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ स्कूटी क्रमांक सीजी 15 सी डब्लू 8465 से गृह ग्राम मटिगढ़ा जा रही थी। इस दौरान कपसरा गांव के समीप डीजल टैंकर के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए स्कूटी को जबरदस्त टक्कर (Huge road accident) मार दी।
इससे स्कूटी के परखच्चे उड़ गए और घटनास्थल पर ही बेटे की मौत (Huge road accident) हो गई, वहीं उर्मिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना की सूचना मिलते ही भटगांव थाना प्रभारी सरफराज फिरदौसी दल-बल सहित घटनास्थल पर पहुंचे और अंबिकापुर-बनारस मार्ग की स्थिति को नियंत्रित किया।
वहीं घायल महिला को प्राथमिक उपचार के लिए भटगांव अस्पताल भेजा गया। यहां महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर द्वारा मेडिकल अस्पताल अंबिकापुर रेफर कर दिया गया, लेकिन यहां इलाज (Huge road accident) के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इधर हादसे के बाद फरार हुए टैंकर चालक को भटगांव पुलिस ने लटोरी से गिरफ्तार कर लिया है।
उर्मिला सारथी के पति की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। अब इस हादसे (Huge road accident) में उसकी और बेटे की भी मौत हो गईं। इससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, उसकी 3 बेटियां अनाथ हो गई हैं। बड़ी बेटी की उम्र 13 साल, दूसरी की 11 साल और सबसे छोटी 8 साल की है। इस घटना से गृह ग्राम मटिगढ़ा और नगर पंचायत जरही में शोक का माहौल है।
बताया जा रहा है कि उर्मिला (Huge road accident) मटिगढ़ा गांव में अपने लिए घर बनवा रही थी। बुधवार को वह सीमेंट शीट का भुगतान करने के लिए बेटे के साथ गांव जा रही थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। उर्मिला जरही में मकान लेकर रह रही थी ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला सके।